काव्य-रचना
 
                                                                                    माँ की असली पहचान
आँखो में प्यार और,चेहरे पे मुस्कात है, 
यही तो मेरे माँ की असली पहचान है।।
 यूं तो घर में दिन में कई बार चिल्लाती हैं 
 पर बाहर घर के बिल्कुल शांत हो जाती हैं ।।
 देख के लोग कहते हैं वाह! क्या इंसान हैं,
 यही तो मेरे माँ की असली पहचान है  ।।
 हैं,अनेको माँ  इस दुनियाँ में लेकिन,
 इनका होना मेरे लिए एक वरदान है  ।।
 यही तो मेरे माँ की असली पहचान है।
 आखिर ममता ही  एक मां सम्मान है  ।।

आशीर्वाद यदुवंशी
 
                





 
                     
                                                                                     
                                                                                     
                                                                                     
                                                                                     
                                                                                     
                                                                                     
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                

 
                     
                     
                     
                     
                     
                     
                     
                     
                     
                     
                     
                    


