रामनगर में भोर की आरती कल

रामनगर में भोर की आरती कल

वाराणसी (रणभेरी):  यदि आपने किसी कारणवश एक माह तक चलने वाली विश्वविख्यात रामनगर की रामलीला नहीं देखी या भगवान की आरती नहीं ली, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। सोमवार की भोर में होने वाली भोर की आरती में शामिल होकर आप पूरे महीने की रामलीला और आरती का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। यह आरती सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यह प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने और राजा बनने के बाद की पहली आरती होती है।

सोमवार प्रातः लगभग 5:45 बजे जैसे ही सूर्य की लालिमा फैलती है, पूरा नगर “बोल राजा रामचंद्र जी की जय” के जयघोष से गूंज उठता है। रविवार रात्रि श्रीराम के राज्याभिषेक की लीला होती है, जिसके बाद पूरी रात भजन-कीर्तन का वातावरण रहता है।

इस दिव्य क्षण का साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालु अयोध्या मैदान और आस-पास की छतों पर भोर तीन बजे से ही जुटने लगते हैं। भीड़ इतनी विशाल होती है कि पुलिस के लिए उसे संभालना चुनौती बन जाता है। कुंवर अनंत नारायण सिंह स्वयं दुर्ग से पैदल चलकर आरती में शामिल होते हैं। भोर की आरती के बाद सुबह नौ बजे से काले पत्थरों से बनी दक्षिणमुखी हनुमान प्रतिमा के दर्शन का क्रम शुरू होता है, जो वर्ष में केवल इसी दिन आम जनता के लिए खुलता है।