दस सालों में पीएम ने बदली काशी की काया : योगी आदित्यनाथ
वाराणसी (रणभेरी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी लोकसभा के सेवापुरी विधानसभा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के साथ काशी की भी तकदीर बदल दी है। कांग्रेस के समय में यहां आतंकी घटनाएं घटित होती थीं. पूछने पर कांग्रेस बेशर्मी से कहती थी कि आतंकी सीमा पार के हैं, जबकि आज देश में कहीं पटाखा भी फट जाए तो पाकिस्तान पहले ही सफाई देने लगता है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से ही हो पाया है। इस दौरान सीएम योगी ने लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिकार्ड तोड़ मतों से विजयी बनाने की अपील की। साथ ही कहा, आज काशी का मंत्र पूरे देश में गूंज रहा है, काशी ने ही फिर एक बार मोदी सरकार का नारा दिया। आज जो काशी सोचती है वही पूरा देश सोचता है। अत्यंत प्राचीन शहरों में शुमार काशी 70 वर्षों तक उपेक्षा का दंश झेलती रही। वहीं पिछले 10 वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काशी की काया बदल गयी है। आज काशी का पुराना वैभव लौट आया है। यहां के घाटों पर 24 घंटे उत्सव का माहौल रहता है, जबकि पहले इनका अस्तित्व खत्म कर दिया गया था। सीएम योगी ने कहा कि सपा सरकार में माफियाओं ने बीजेपी के विधायक कृष्णानंद राय, उमेश पाल, राजू पाल और रमेश पटेल की हत्या कर दी। वहीं हमने इन माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया है। यह काम केवल भाजपा ही कर सकती है। कांग्रेस तो सिर्फ देश की भावना के साथ खिलवाड़ करती आयी है। अब यह अनुसूचित जाति और पिछड़ी जाति के आरक्षण में सेंध लगाकर मुसलमानों को देना चाहते हैं, जिसे हम स्वीकार नहीं करेंगे। सीएम योगी ने कहा कि 10 वर्ष पहले जो सपना काशी ने देखा था, आज वह हकीकत बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी के अस्सी घाट से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी. आज काशी के घाट जगमगाते हुए दिखाई देते हैं। पहले काशी में अगर कोई कैंसर से पीड़ित होता था तो उसे मुंबई जाना पड़ता था। वहीं आज मुंबई का टाटा सुपर स्पेशलिटी कैंसर हॉस्पिटल यहीं आ चुका है। सीएम योगी ने कहा कि जहां काशी विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है, वहीं दूसरी ओर माफियाओं की राम नाम सत्य की यात्रा निकल रही। आज पूर्वांचल सहित पूरा प्रदेश माफिया मुक्त हुआ है।
वरिष्ठ अधिवक्ता ने सीएम को सौंपी 5 सूत्रीय मांग पत्र
लोकसभा चुनाव से पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिवक्ताओं को वाराणसी में सम्बोधित किया। इस दौरान उन्हें सदस्य एवं पूर्व चेयरमैन बार काउन्सिल आॅफ उत्तर प्रदेश और पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर सिंह ने पांच सूत्रीय मांग सम्बंधित मांग पत्र योगी आदित्यनाथ को सौंपा। वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर सिंह ने कहा कि ऐसे तो अधिवक्ता समाज की समस्याएँ तो बहुत हैं, लेकिन मुख्य रुप से मृतक आश्रितों अधिवक्ताओं की जिनकी उम्र 70 वर्ष से कम है और सरकार का आदेश भी है अधिवक्ताओं के विधवाओं को 5 लाख रुपये की धनराशि को देने का अविलम्ब आदेश प्रदान करना। उत्तर प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट उत्तर प्रदेश में लागू करवाना। अधिवक्ता के लिए भी आयुष्मान योजना लागू करवाना। उत्तर प्रदेश के जिला न्यायालयों में व उत्तर प्रदेश के जनपदों के तहसीलों में अधिवक्ताओं को बैठने व पानी की सुविधाएं देना व अधिवक्ताओं को बैठने टिनसेड, मड़ई, छप्पड़ से मुक्ति दिलाकर चेम्बर बनवाना। प्रदेश के युवा अधिवक्ता व महिला अधिवक्ताओं के लिए कम से कम 10 हजार रुपया प्रतिमाह व उनके चैम्बर में कानूनी किताबें (लॉ बुक्स) की रख रखाव के लिए देना अति आवश्यक है।