मीरजापुर में चपरासी लगाता था प्रधानाचार्य मैडम की बायोमीट्रिक हाजिरी, जाने पूरा मामला
(रणभेरी): मीरजापुर जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य मैडम की बायोमीट्रिक हाजिरी खुद उनका चपरासी दूसरे हाथ से लगाता रहा। मामला तब उजागर हुआ जब प्रिंसिपल छुट्टी पर गईं तो चपरासी अपना और प्रिंसिपल की हाजिरी लगाता रहा तो प्रकरण उजागर हो गया।
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में उपस्थिति में पारदर्शिता के लिए पहले चरण में बायोमीट्रिक हाजिरी आरंभ की गई है। लेकिन कर्मचारियों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है। कर्मचारी ने अपने एक हाथ की उंगली से अपनी तो दूसरे से मैडम की हाजिरी लगाई है। ऐसे में जिले के 61 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की हो रही हाजिरी संदिग्धता के दायरे में आ गई है।विद्यालयों से शिक्षकों के गायब होने की शिकायत आम बात है। इस पर अंकुश लगाने के लिए राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक-कर्मचारियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई। बायोमीट्रिक उपस्थिति के अनुसार ही वेतन मिलता है।
पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्या ज्योति गोयल का माह जुलाई और अगस्त 2022 का बायोमीट्रिक उपस्थिति का अवलोकन करने तथा अगस्त माह की उपस्थिति पंजिका का मिलान करने पर ज्ञात हुआ कि इनके आकस्मिक अवकाश और अनुपस्थित रहने के दिनांक में भी उपस्थिति दर्ज है। वहीं परिचारक रामपोस के उपस्थित रहने पर भी अनुपस्थित दिखाई पड़ रहा है। आशंका जताई कि बायोमीट्रिक मशीन में छेड़छाड़ की गई है। राजकीय बालिका इंटर कालेज में बायोमीट्रिक हाजिरी में फर्जीवाड़े की जांच दो सदस्यीय टीम कर रही है।संयुक्त शिक्षा निदेशक कामतराम पाल ने मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक विंध्याचल मंडल डा. फतेह बहादुर सिंह और प्रधानाचार्य जीआइसी राज कुमार दीक्षित को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है।