मुफ्त डेटा का देकर झांसा, सायबर ठग फंसा रहे टांका

मुफ्त डेटा का देकर झांसा, सायबर ठग फंसा रहे टांका

इन फर्जी आफरों से रहे सावधान, वरना हो जाएगा नुकसान
वाराणसी (रणभेरी)। आम चुनाव के परिणाम आने के बाद साइबर ठग भी सक्रिय हैं। नई सरकार की ओर से फ्री में उपहार, रिचार्ज, सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने समेत कई प्रलोभन देकर लोगों को फंसाने की कोशिश में वे लग गए हैं। सोशल प्लेटफार्म और टेक्स्ट मैसेज के जरिये ऐसे संदेश लोगों तक पहुंच रहे हैं।साइबर पुलिस ने जालसाजों से सतर्क में रहने की अपील की है। एनडीए की तीसरी बार सरकार बनने पर लोगों को मुफ्त खरीदारी के लिए 2999 रुपये तक के कूपन उपलब्ध कराने, विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों की ओर से दो से तीन माह तक मुफ्त में डाटा उपलब्ध कराने, सरकारी आवास, राशन कार्ड से लेकर कई तरह के प्रलोभन भरे मैसेज लोगों को भेजे जा रहे हैं। सायबर ठग अनजान नंबरों से महालूट वर्ल्ड, आनलाइन पीएम आफर, सरकारी योजना, आनलाइन पीएम आवास, पाएं राशनकार्ड जैसे लिंक वाले मैसेज लोगों को भेज रहे हैं। ये मैसेज केवल भारतीय ही नहीं, विदेशी नंबरों से भी आ रहे हैं। इसकी कई शिकायतें साइबर थाने में पहुंची हैं। साइबर पुलिस थाना प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र ने बताया कि किसी भी तरह की मुफ्त उपहार या योजना को लेकर सरकार की ओर से लिंक शेयर नहीं किये जाते हैं। साइबर ठग व्हाट्सएप या मैसेज भेजे लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है। लिंक पर क्लिक करते ही आपके मोबाइल पर साइबर ठगों का नियंत्रण हो सकता है। मोबाइक हैक कर गोपनीय जानकारियां भी ले सकते हैं।
शेयर के नाम पर भी झांसा
साइबर पुलिस के मुताबिक इस समय साइबर ठग शेयर बाजार में सट्टा लगाकर तीन से चार गुना तक फायदा पाने के नाम पर भी लोगों को झांसे में ले रहे हैं। एनडीए की तीसरी बार सरकार बनने के नाम पर यह झांसा दिया जा रहा है।
पुराने नोट और सिक्के बदलने के नाम पर ठगी
फेसबुक पर एक कंपनी की ओर से पुराने नोट और सिक्के बदलने की जानकारी होने पर चौबेपुर के रोशन सेठ ने उनसे संपर्क किया। साइबर जालसाजों ने रोशन को झांसा देकर एक लाख 17 हजार 600 रुपये की चपत लगा दी। रोशन ने चौबेपुर थाने की पुलिस को बताया कि उसने कंपनी के नंबर पर संपर्क किया था। बदले में उसे एक क्यूआर कोड दिया गया। रोशन सेठ ने कई व्यापारियों से पैसा वसूल कर रुपये भेज दिए। कंपनी के नंबर पर फिर बात की गई तो और पैसे भेजने को कहा गया। अपना पैसा वापस मांगने पर इधर-उधर की बातें की जाने लगी। तब उन्हें लगा कि ठगी हुई है। चौबेपुर थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।