कॉन्वेंट स्कूलों की मनमानी के आगे हारा शिक्षा विभाग!
वाराणसी (रणभेरी)। निशुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत बड़े कॉन्वेंट स्कूलों की मनमानी के सामने बेसिक शिक्षा विभाग लाचार है। जिले में तीसरे चरण के प्रवेश के लिए तैयारी शुरू हो गई। लॉटरी के लिए आवेदन हो रहे हैं और अभी पहले ही चरण के पूरे प्रवेश नहीं हुए हैं। बीएसए कार्यालय में रोज प्रवेश से स्कूलों के इनकार करने की शिकायतें पहुंच रही हैं। बनारस में आरटीई के तहत दो चरणों की लॉटरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 8300 बच्चों के प्रवेश के लिए स्कूलों का आवंटन भी कर दिया गया है। मगर बड़े कॉन्वेंट स्कूलों की आनाकानी से सैकड़ों बच्चों का प्रवेश अब तक अटका है। मार्च में हुई पहले चरण की लॉटरी में चयनित बच्चों के अभिभावक हर दिन बीएसए कार्यालय शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं। प्रवेश मामलों की निगरानी के लिए बीएसए कार्यालय स्तर पर समिति बनाई गई है। बीएसए की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में आरटीई समन्वयक के साथ दो बीईओ भी सदस्य हैं। बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि समिति अब तक प्रवेश के 50 से ज्यादा मामलों का निस्तारण कर चुकी है। 10 स्कूलों को इस संबंध में नोटिस जारी किय जा चुका है। प्रवेश के कुछ मामलों में आय छिपाकर आवेदन के मामले भी पकड़े गए हैं। उनके आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। आरटीई में चयनित अलाभित वर्ग के शत-प्रतिशत बच्चों का एडमिशन कराया जाएगा।
तीसरे चरण के लिए 15 अप्रैल से शुरू
तीसरे चरण के लिए 15 अप्रैल से आवेदन शुरू हो चुके हैं। आवेदन 8 मई तक चलेंगे। इसके बाद 9 से 15 मई तक आवेदनों का सत्यापन होगा। 16 को प्रवेश के लिए लॉटरी निकाली जाएगी। दो चरणों में अब तक 8300 बच्चों के एडमिशन कराए जा चुके हैं। लगभग 800 बची सीटों पर तीसरे चरण में प्रवेश लिये जाएंगे।