यूपी के सभी 75 जिलों में चलेगा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, बच्चों को रोज मिलेगा 400 कैलोरी युक्त पौष्टिक आहार

(रणभेरी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों और गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी सौगात लेकर आ रही है। 'कुपोषण मुक्त उत्तर प्रदेश' का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में जल्द ही 'मुख्यमंत्री सुपोषण योजना' की शुरुआत की जाएगी। इसके अनुरूप प्रदेश के सभी 8 आकांक्षात्मक जिलों में संचालन के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के पायलट प्रोजेक्ट के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है। जिसके तहत आकांक्षात्मक जिलों के लगभग 11 लाख बच्चों को पौष्टिक स्वल्पाहार उपलब्ध कराने के लिए 254 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित किया गया है। जल्द ही ये अभियान प्रदेश के सभी आकांक्षात्मक जिलों में शुरू किया जाएगा।
इस योजना के तहत 3 से 6 साल तक के बच्चों को हर सुबह आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलेगा पौष्टिक नाश्ता, जिसमें दूध, फल और अन्य पोषक आहार शामिल होंगे. इसके साथ ही खास बात यह है कि जिन गरीब परिवारों के पास पशुधन नहीं है, उन्हें सरकार खुद गाय उपलब्ध कराएगी, जिससे घर में दूध की व्यवस्था हो सके और पोषण स्तर बेहतर हो। मुख्यमंत्री ने इस नई पहल को प्रदेश के 'जीरो पॉवर्टी मिशन' से भी जोड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह योजना विशेष रूप से गरीब, वंचित और आकांक्षात्मक क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों और परिवारों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है।
सीएम योगी ने प्रदेश से बाल कुपोषण को जड़ से खत्म करने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी कदम उठाया है। इसके तहत मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के पायलट प्रोजेक्ट की कार्य-योजना तैयार की गई है।
इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी 8 आकांक्षात्मक जिलों में 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों को प्रतिदिन 400 कैलोरी और 15 से 20 ग्राम प्रोटीन युक्त स्वल्पाहार उपलब्ध कराया जाएगा। इस अभियान के तहत आकांक्षात्मक जिलों के 11,13,783 बच्चें चिन्हित किए गए हैं, जिनके स्वल्पाहार के लिए प्रतिदिन 44 रुपए का खर्च आएगा। अभियान के लिए 254.83 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित किया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को प्राथमिकता देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आकांक्षात्मक जिलों में कुपोषण की समस्या को पूरी तरह समाप्त करने के लिए ये अभियान जल्द से जल्द लागू किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास न केवल बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे, बल्कि उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर भी मजबूत बनाएगें, जो उनके बेहतर भविष्य के लिये बहुत जरूरी है।
अभियान के तहत टेक होम राशन के माध्यम से बच्चों को नियमित रूप से पौष्टिक स्वल्पाहार वितरित किया जाएगा। साथ ही विशेषज्ञों की टीम समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की निगरानी भी करेगी, ताकि अभियान के प्रभाव का आकलन भी समयबद्ध तरीके से किया जा सके।