वाराणसी गैंगरेप में 14 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट

वाराणसी (रणभेरी सं.)। वाराणसी में युवती से गैंगरेप के मामले में एसआईटी जांच पूरी हो गई। शुक्रवार को पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। 410 पेज की चार्जशीट में गिरफ्तार हुए 14 आरोपियों को वारदात में शामिल बताया गया है। अब कोर्ट केस में अगले सप्ताह से ट्रायल शुरू करेगा। जांच रिपोर्ट में एसआईटी ने पीड़िता के साथ वारदात होने की बात कही है। साथ ही जो 14 आरोपी जेल भेजे गए हैं, उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत होने का दावा किया है। बता दें कि युवती ने 29 मार्च से 3 अप्रैल तक शहर के अलग-अलग इलाकों में 23 युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था। मामले को लेकर पुलिस ने 11 से 15 अप्रैल तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो जेल में हैं। तब एसआईटी ने एक महीने में जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल करने का दावा किया था। लेकिन इसमें 3 महीने का समय लग गया।
वारदात के लगभग एक महीने बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हुई पीड़िता ने एसआईटी को अपने बयान दर्ज कराए थे। डीसीपी क्राइम के कार्यालय में एसआईटी के सामने पीड़िता ने बयान दर्ज कराए थे। युवती ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी थी। युवती के अलावा उसके पक्ष से एक अन्य का भी बयान लिया। गैंगरेप पीड़िता के दर्ज बयान का कोर्ट में दर्ज बयान का एसआईटी अब अपने बयान से मिलान करने के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। केस में परिजनों के अलावा युवती की तीन सहेलियों के बयान भी दर्ज किया गए हैं। आरोपियों के अलावा 35 अन्य लोगों के बयान भी एसआईटी ने दर्ज किए हैं। टीम ने पीड़िता के साथ 4 स्थलों का मुआयना भी किया था। एसआईटी में डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार, एडीसीपी नीतू कादयान, एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव शामिल थे। डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि पीड़िता के बयान, घटना से संबंधित सीसी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, इंस्टाग्राम चैट और एसआईटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर 14 आरोपियों के खिलाफ विवेचक ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। हरसंभव प्रयास किया जाएगा कि मुकदमे का ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो। आरोपियों पर आरोप सिद्ध कर उन्हें कठोर सजा दिलाने के लिए पुलिस अदालत में प्रभावी तरीके से पैरवी करेगी।
एसआईटी को लीड कर रहे डीसीपी वरुणा के प्रमोद कुमार
वाराणसी लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र की निवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सीपी की गठित जांच कर रही है। डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी अब चंद दिनों में अपनी रिपोर्ट सीपी को सौंपेगी। सीपी की ओरसे निर्धारित 30 दिन से पहले जांच लगभग पूरी हो चुकी है। गुरुवार की शाम पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज भी दर्ज कर लिया, जिसके बाद चार्जशीट दाखिल करना ही बाकी रह गया है। 29 मार्च से लापता युवती चार अप्रैल को बरामद हुई थी। पांच अप्रैल को मां के साथ वह लालपुर पांडेयपुर थाने गई। सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में 12 नामजद और 11 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने 17 अप्रैल को डीसीपी वरुणा जोन की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था। जांच में जुटी एसआईटी ने 29 मार्च से 4 अप्रैल तक पीड़िता के मोबाइल नंबर, इंस्टाग्राम अकाउंट भी पुलिस ने जांचे हैं।