महाकुंभ में डुबकी लगाएंगी अरबपति महिलाएं
प्रयागराज। दुनिया की चकाचौंध में संगम की रेती की महिमा किस तरह फैलने जा रही है, इसकी बानगी महाकुंभ में दिखेगी। इस महाकुंभ में सिर पर गठरी और हाथ में झोला लेकर पांटून पुलों पर धक्का खाने वाली खांटी गंवई अंदाज वाली घूंघट की ओट से झांकने वाली महिलाएं ही नहीं, दुनिया को चलाने वाली कई अरबपति महिलाएं भी संगम की रेती पर कल्पवास करेंगी। विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन महाकुंभ में दुनिया की जिन अरबपति महिलाओं के ठहरने के लिए संगम की रेती पर महाराजा डीलक्स के अलावा अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कॉटेज लगाए जा रहे हैं, उनमें एप्पल की मालकिन लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, पीट बटिगिग और कमला हैरिस जैसी हस्तियों के राजनीतिक-सामाजिक अभियानों में हिस्सा ले चुकीं एप्पल की मालकिन लॉरेन पॉवेल जॉब्स पौष पूर्णिमा पर प्रथम डुबकी के साथ संगम की रेती पर कल्पवास भी करेंगी। लॉरेन महाकुंभ के शुभारंभ के दिन आएंगी। उनके ठहरने की व्यवस्था निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के शिविर में की गई है। वह 29 जनवरी तक उनके शिविर में रहकर सनातन धर्म को समझेंगी। वह कैलाशानंद के शिविर में 19 जनवरी से शुरू हो रही कथा की पहली यजमान भी होंगी। लॉरेन पॉवेल जॉब्स एप्पल के सह संस्थापक स्टीव जॉब्स के निधन के बाद विरासत में मिली 25 बिलियन डॉलर की संपत्ति के मालकिन हैं।
इनके अलावा इंफोसिस फाउंडेशन के संस्थापक नारायण मूर्ति की अरबपति पत्नी विख्यात समाजसेविका सुधामूर्ति भी महाकुंभ में डुबकी लगाएंगी। सुधामूर्ति के लिए उल्टा किला के पास कॉटेज तैयार किया जा रहा है। वह भी रेती पर प्रवास कर महाकुंभ की संस्कृति को समझेंगी। इनके अलावा ओपी जिंदल समूह की चेयरपर्सन रहीं सावित्री देवी जिंदल भी महाकुंभ में आ रही हैं। इन महिलाओं के लिए स्वामी अवधेशानंद और चिदानंद मुनि के शिविरों में ठहरने की व्यवस्था की जा रही है।