बनारस हाट एयर बैलून राइड का बन सकता है हब
वाराणसी(रणभेरी): धार्मिक व सांस्कृतिक राजधानी काशी पर्यटकों को सदैव लुभाती रही है। काशी की संस्कृति के संग गंगा घाट, महात्मा बुद्ध की कर्मभूमि सारनाथ समेत अन्य पर्यटन स्थल को देखने के लिए दुनिया से प्रति वर्ष हजारों पर्यटक यहां आते हैं। अब पर्यटक आसमान से भी काशी की सुंदरता निहार सकेंगे। यह उम्मीद 17 सुबह से शुरू हो रहे अंतरराष्ट्रीय बैलून फेस्टिवल से जगी है। वहीं बुधवार की सुबह से बनारस के आसमान में रंग बिरंगे भारी भरकम गुब्बारों में उड़ने के लिए लोगों में खूब उत्साह नजर आया। सुबह धुंधलके में लोगों ने बैलून में उड़ान भरकर सुबहे बनारस का नजारा लिया। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि वेंडर काशी में हाट एयर बैलून राइड को लेकर खासा उत्साह दिखा रहे हैं। साथ ही इस सेवा के लिए स्थायी स्टेशन स्थापन की चाहत है।
पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर खासा संभावनाएं भी जता रहे हैं। वेंडरों का कहना है कि यह प्रदेश का बहुत बड़ा हब बन सकता है। जयपुर में यह सेवा सफल है। पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। भागदौड़ के इस दौर में सभी कुल पल शांति से गुजारना चाहते हैं। हाट एयर बैलून राइड से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है। यह एडवेंचर भी है। युवाओं में यह बहुत पापुलर हो चुका है। कमिश्नर ने कहा कि वेंडरों के उत्साह को देखते हुए इस दिशा में आगे कदम बढ़ाया जाएगा। देव दीपावली के बाद इस पर कुछ ठोस निर्णय हो सकता है। हाट एयर बैलून राइड जमीन से एक हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरता है। इसकी उड़ान हवा की दिशा पर निर्भर करता है। लगभग एक घंटे तक यह आसमान रह सकता है। किसी एक स्थल पर इसे उतारा नहीं जा सकता है। यह हवा के मूवमेंट पर निर्भर करता है। यही एडवेंचर भी है। आसमान से आप पूरी काशी को निहारेंगे।