राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच पीएम बोले, 'जितना कीचड़ उछालोगे, उतना कमल खिलेगा

राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच पीएम बोले, 'जितना कीचड़ उछालोगे, उतना कमल खिलेगा

(रणभेरी): संसद में हंगामा कर रहे विपक्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को निशाना साधते हुए कहा कि आप जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही खिलता जाएगा। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने एक कवित के जरिए कांग्रेस पर हमला बोला. राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बाद भी पीएम मोदी ने भाषण देना बंद नहीं किया। एक तरफ विपक्ष हंगामा करता रहा तो दूसरी ओर से पीएम मोदी जवाब देते रहे। 

पीएम ने कहा ‘यह सदन राज्यों का सदन है। बीते दशकों में अनेक बुद्धिजीवियों ने सदन से देश को दिशा दी। सदन में ऐसे लोग भी बैठे हैं, जिन्होंने अपने जीवन में कई सिद्धियां प्राप्त की हैं। सदन में होने वाली बातों को देश गंभीरता से सुनता और लेता है.’ राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, “लेकिन यह दूर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में कुछ लोगों का व्यवहार और वाणी न सिर्फ सदन को, बल्कि देश को निराश करने वाली है। माननीय सदस्यों को मैं कहूंगा कि ‘कीचड़ उसके पास था मेरे पास गुलाब… जो भी जिसके पास था उसने दिया उछाल’. जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ज़्यादा खिलेगा.” 

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ’60 साल कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए थे… हो सकता है उनका इरादा न हो, लेकिन उन्होंने किए। जब वो गड्ढे खोद रहे थे, 6 दशक बर्बाद कर चुके थे… तब दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखरों को छू रहे थे। उन्होंने उच्च सदन में अपनी बात रखते हुए कहा, ‘कोई भी जब सरकार में आता है वह देश के लिए कुछ वादा करके आता है, लेकिन सिर्फ भावनाएं व्यक्त करने से बात नहीं बनती है। विकास की गति क्या है, विकास की नींव, दिशा, प्रयास और परिणाम क्या है यह बहुत माएने रखता है। 

साथ ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आरोपों का भी पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि ‘कल खड़गे शिकायत कर रहे थे कि मोदी बार-बार मेरे चुनावी क्षेत्र में आते हैं। मैं उन्हें कहना चाहता हूं, मैं आता हूं वह तो आपने देखा, लेकिन आप यह भी देखें कि वहां 1 करोड़ 70 लाख जनधन बैंक अकाउंट खुले हैं। सिर्फ कलबुर्गी में ही 8 लाख से ज़्यादा जनधन खाते खुले हैं।  उन्होंने कहा, ‘इसे देखकर उनकी (मल्लिकार्जुन खड़गे) पीड़ा मैं समझ सकता हूं। आप दलित की बात करते हैं यह भी देखें कि उसी जगह दलित को चुनाव में जीत भी मिली। अब आपको जनता ही नकार दे रही है, तो आप उसका रोना यहां रो रहे हैं.’ इससे पहले, दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों द्वारा राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्सों को निकाले जाने के बाद कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया. कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता खड़गे ने इस मामले को राज्यसभा के सभापति के समक्ष उठाया. उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ भी असंसदीय नहीं कहा है और उनका भाषण बहाल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के लिए इसी तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया था।