आय दोगुनी करने के नाम पर बीजेपी ने गरीब किसानों को ठगा, आजमगढ़ में गरजे अखिलेश
आजमगढ। इस बार जनता ने अंदर ही अंदर 400 पार के नारे को 400 हार के नारे में बदल दिया। जो लोग ऊंचाई पर पहुंचे थे उनका काउंटडाउन शुरू हो गया है। अब तक 10 से अधिक पेपर लीक हो चुके हैं। यह पेपर लीक नहीं हुए बल्कि बीजेपी वालों ने ही कराए हैं। ताकि उन्हें नौकरी न देनी पड़े। सरकार ने जनता की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन आय तो दोगुनी हुई नहीं बल्कि उनकी लागत दोगुनी हो गई। खाद की बोरी से चोरी करने का काम सरकार ने किया है। नैनो यूरिया के नाम पर किसानों को ठगा गया और उसे बनाने वाली कंपनी से पैसा वसूल किया गया। नैनो यूरिया बनाने वाली कंपनी भी अन्य उद्योगपतियों की तरह देश छोड़कर फरार हो गई। उक्त बातें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के समर्थन में गोपालपुर विधानसभा के बघैला ताल और सदर विधानसभा के भदुली में आयोजित जनसभा में कही। उन्होंने पूरे जनसभा में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। महंगाई भी बढ़ाया है जिससे किसानों का जीवन संकट में डाल दिया। बड़े-बड़े कारोबारियों का कर्जा माफ किया लेकिन हमारे किसानों का कर्जा माफ नहीं किया। इंडी गठबंधन ने ये तय किया कि जिस तरह से कारोबारियों का करोड़ों रुपये कर्ज माफ हुआ उसी तरह से किसानों का कर्ज माफ होगा। बीजेपी ने गरीबों और किसानों के साथ धोखा किया। अभी तक 10 प्रतिशत भी किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 के चुनाव में न जिताने जा रही बल्कि रिकार्ड बनाने जा रही है। अखिलेश ने कहा कि इधर न जाने क्या हो जाता दूसरे लोगों को आजमगढ़ का नाम लेते ही, उन्हें परेशानी हो जाती है। इतनी परेशानी हो रही है कि आजकल उनके भाषणों में भाषा बदल गई है। कहा कि जो हमें और आपको 400 पार का नारा देकर डरा रहे थे उसका भी मतलब हम समझ गए हैं। कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब चुनावी सभा में उन्होंने युवाओं के मुद्दों को उठाया हो। पूर्व की सभाओं में भी अखिलेश के भाषण के केंद्र बिंदु युवा ही थे। उन्होंने भर्ती परीक्षा को मुद्दा उठाकर उन्हें को जोड़ने की कोशिश भी की। भारत में 30 लाख नौकरियां खाली पड़ी है। सरकार बनी तो नौकरी देने का काम करेगा। अग्निवीर वाली भी व्यवस्था थी उसे सरकार ने आधी-अधुरी कर दी। शहीद हुआ तो उसे सम्मान भी नहीं मिलेगा। हम यह भरोसा दिला रहे कि अग्निवीर व्यवस्था को खत्म कर देगी। जिन युवाओं को नौकरी नहीं मिली उन्हीं के परिवार को जोड़ दिया जाए तो एक परिवार में तीन सदस्य प्रभावित हुए हैं। यदि तीन का गुणा 60 लाख में कर दें तो कुल मिलाकर एक करोड़ 80 लाख होगा। यही एक करोड़ 80 लाख का भाग 80 लोकसभा सीट पर करें तो दो लाख 25 हजार वोट बीजेपी के कम होंगे। तो इस भरपाई का रास्ता अब बीजेपी के लोग बताएं