...तो क्या युवती से गैंगरेप नहीं, धन उगाही का मामला

...तो क्या युवती से गैंगरेप नहीं, धन उगाही का मामला

गैंगरेप पीड़िता का नया चैट- कैफे पहुंच रही हूं, पुलिस कमिश्नर बोले - इंटरनल इंजरी नहीं, अपने दावों में उलझी

वाराणसी (रणभेरी सं.)। वाराणसी में चर्चित सामूहिक दुष्कर्म मामले ने गुरुवार को नया मोड़ तब ले लिया जब आरोपी के परिजन सबूत के साथ पुलिस कमिश्नर के सामने साक्ष्य प्रस्तुत करने पहुंचे। याद होगा कि एक युवती द्वारा 23 लोगों पर नशीला पदार्थ खिलाकर 6 दिन तक सामूहिक दुष्कर्म करने का मुकदमा लालपुर पांडेपुर थाने में दर्ज कराया गया था। इस मामले ने देश भर में खूब सुर्खियां बटोरी थीं। सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने इस खबर की आड़ में जमकर योगी सरकार पर निशाना भी साधा था, लेकिन आज गिरफ्तार किए गए युवकों के परिजनों ने युवती के आरोपों के खिलाफ पुलिस कमिश्नर के सामने सबूतों की झड़ी लगा दी। इन सबूतों के सामने आने के बाद अब पुलिस कमिश्नर ने तीन आईपीएस और दो पीपीएस अधिकारियों की एसआईटी गठित कर 30 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने की बात कही है। सामूहिक दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार किए हुए कुल 14 लोगों के परिजन कचहरी स्थित पुलिस कमिश्नर आॅफिस पहुंचे। इनके पास तस्वीर और कई सीसीटीवी फुटेज थे। परिजनों ने एफआईआर में दर्ज घटना क्रम की दी गई जगह और टाइम लाइन के हिसाब से कई वीडियो और फोटो कमिश्नर के साथ साझा किए। कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कई बिंदुओं पर मीडिया को बताया और टाइम लाइन के हिसाब से पीड़िता के बयान और साक्ष्यों के बीच विरोधाभास के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

जिस पर लगाया आरोप तीन दिन बाद उसी के साथ घूम रही थी पीड़िता

पीड़िता ने जिस दानिश पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। उसके साथ पीड़िता तीन दिन के बाद फिर से सीसीटीवी में साथ घूमते दिखाई पड़ी। इतना ही नहीं जिस-जिस जगह पर युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है, उसके बेहद करीब में पुलिस चौकी मौजूद है। ऐसे में युवती ने चौकी पर पहुंच कर अपनी पीड़ा क्यों नहीं बताई? युवती ने अस्सी घाट का जिक्र किया। अस्सी घाट पर जिस स्थान पर छोड़े जाने का जिक्र किया वहां भी चौकी है, युवती को तत्काल वहां अपनी बात कहनी चहिए थी। अब तक जितने भी सीसीटीवी में पीड़िता दिख रही है, सभी में बेहद सामान्य स्थिति में वो दिखाई पड़ रही है।

पुलिस कमिश्नर ने भी कही धन उगाही नहीं होने देंगे

परिजनों के अनुसार, युवती ने अपने शुरूआती बयान में कुल 12 नामजद और 11 अज्ञात पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, लेकिन जब युवती का बयान 164 के अंदर मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया तो उसने एफआईआर में दर्ज तीन नाम नहीं लिए। इसी को आधार बनाकर परिजनों ने कमिश्नर को बताया कि उन तीनों से पैसे लेकर उनका नाम युवती ने नहीं लिया। बाकी गिरफ्तार युवकों के परिजनों से सेटलमेंट करने के नाम पर धन उगाही का प्रयास किया जा रहा है। इस पॉइंट पर कमिश्नर ने कहा कि शुरूआती 10 दिनों में आरोपों के आधार पर कुल 14 गिरफ्तारी की गई हैं। नए साक्ष्यों के सामने के आने के बाद तीन आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन कर दिया गया है और सुनिश्चित किया गया है, कोई मुकदमे की आड़ में धन की उगाही नहीं होने दी जाएगी।

29 से गायब थी युवती 4 को दर्ज कराई शिकायत

पूरे मामले पर बोलते हुए मोहित अग्रवाल ने कहा कि पीड़िता के मां-बाप ने 4 अप्रैल को शिकायत दी थी। जिसके बाद पुलिस ने युवती को उसकी ही सहेली के घर से बरामद कर परिजनों को सौंपा। इसके बाद परिजनों ने 6 अप्रैल को रेप का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि आखिर 29 मार्च के बाद ही तत्काल उसके मां-बाप ने एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कराई?

मेडकिल रिपोर्ट में किसी तरह के टॉक्सिक लक्षण नहीं

पीड़िता ने लिखित एफआईआर में नशा देकर दुष्कर्म की बात कही। दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद युवती का मेडिकल परीक्षण कराया गया। सूत्रों के अनुसार मेडिकल रिपोर्ट में कहीं भी युवती के शरीर के अंदर किसी तरह के कोई टॉक्सिक लक्षण यानी नशीला पदार्थ नहीं मिला।

बड़े सेक्स रैकेट तक पहुंची जांच

छात्रा के साथ 6 दिन तक 23 लोगों ने गैंगरेप किया था। इस मामले की जांच अब एक बड़े सेक्स रैकेट तक पहुंच गई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी अनुपम समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। 9 की पहचान बाकी है। अरेस्ट हुए 12 लड़कों के मोबाइल में 546 लड़कियों के न्यूड वीडियो मिले थे। जिन नंबरों पर इन वीडियो को शेयर किया गया है, उनकी लोकेशन यूपी के साथ 6 राज्यों में मिली है। इस वारदात का मास्टरमाइंड और कांटिनेंटल कैफे का मालिक अनमोल यूपी के साथ ही महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु तक लड़कियों को भेज रहा था

इंस्टाग्राम चैट से मिली जानकारी

सीपी मोहित अग्रवाल ने बताया कि एफआईआर में दर्ज पहले आरोपी रवि विश्वकर्मा के इंस्टाग्राम चैट से खुलासा हुआ है कि 29 मार्च को युवती ने खुद रवि विश्वकर्मा को मैसेज किया था और खुद उससे मिलने गई थी, न कि अचानक युवक से पीड़िता की मुलाकात हुई थी।

2 महिला आईपीएस समेत 3 आईपीएस कर रहे जांच

पुलिस कमिश्नर ने नए सबूतों के सामने आने के बाद इस मामले में एक एसआईटी गठित कर दी है। इस टीम में 3 आईपीएस हैं, जिसमें 2 महिला अधिकारी हैं। इस टीम में डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी और लालपुर एसओ शामिल हैं। कमिश्नर ने इस टीम को 30 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

आरोपियों के परिजनों के इन आरोपों की पुलिस जांच करेगी

  1. पीड़िता 29 मार्च को गायब हो गई थी, तो 4 अप्रैल तक परिजनों ने 112 नंबर या स्थानीय पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी?
  2. लड़की को 4 अप्रैल को उसकी सहेली के घर से बरामद किया गया, तो उसने पुलिस को गैंगरेप की बात क्यों नहीं बताई?
  3. पीड़िता 29 मार्च से 4 अप्रैल तक 2 बार अपनी सहेली के घर भी रही। उसने अपनी सहेली को रेप के बारे में क्यों नहीं बताया?
  4.  सहेली के घर से पीड़िता का घर 500 मीटर दूर था। वह गैंगरेप की घटना के दौरान 2 बार सहेली के घर गई, अपने घर क्यों नहीं गई?
  5.  पीड़िता के साथ 23 लोगों ने बलात्कार किया तो उसके शरीर पर चोट के निशान क्यों नहीं पाए गए?
  6.  30 मार्च को समीर और उसके दोस्त ने हाईवे पर गलत काम किया। क्या यह संभव है? लोकेशन और सीसीटीवी देखकर सच्चाई पता की जाए।
  7. सीसीटीवी फुटेज में पीड़िता 31 मार्च को दानिश, सोहेल और आयुष के साथ हंसी-खुशी जाती दिखी। गैंगरेप के दौरान उसका घूमना कैसे संभव है?
  8. पीड़िता ने 2 अप्रैल को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कई फोटो पोस्ट किए। जिसमें वह स्वस्थ और खुश दिख रही है। ऋकफ में इस दौरान गैंगरेप की बात लिखी है।
  9. 31 मार्च को पीड़िता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से आरोपी जाहिद को मैसेज किया। लिखा- हैलो, मैं तुम्हारे कैफे आ रही हूं?
  10. पीड़िता 29 मार्च को हुकुलगंज, 30 को नदेसर, 1 को होटल के बाहर, 1 को ही दूसरे होटल के बाहर, 1 को ही सिगरा आईपी माल के पास, 2 को अस्सी घाट, 3 को सहेली के घर, 3 की शाम चौकाघाट फिर 3 को ही सहेली के घर। इन जगहों पर पीड़िता के साथ कोई नहीं था। पुलिस और माता-पिता को गलत सूचना क्यों दी गई?
  11.  एफआईआर के मुताबिक, 31 मार्च को दानिश ने उसके साथ रेप किया। पीड़िता उसी दानिश के साथ 3 अप्रैल को चली गई। जहां उसके साथ फिर रेप हुआ। जब दानिश ने उसके साथ रेप किया था तो वो उसके साथ क्यों गई?
  12.  जब होटल और कैफे में उसके साथ रेप किया गया तो उसने शोर क्यों नहीं मचाया?

 ये है पूरा मामला

29 मार्च को लड़की लापता हुई, 4 अप्रैल को बेसुध मिली छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी 29 मार्च को अचानक लापता हो गई। दोस्तों, रिश्तेदारी सब जगह ढूंढा। उसके दोस्त दानिश और आयुष को भी फोन किए। 4 अप्रैल की सुबह पुलिस ने मेरी बेटी को घर पहुंचाया। वह बेसुध थी, हालत बिल्कुल ठीक नहीं थी। उसको नॉर्मल होने में 48 घंटे लगे। फिर उसने गैंगरेप के बारे में बताया। मेरी बेटी के साथ 6 दिन में 23 लड़कों ने हैवानियत की, फिर सड़क किनारे फेंक दिया। पुलिस ने 7 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की। बेटी अब दहशत में है। पुलिस ने अब तक गैंगरेप में 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया। अभी 9 लोगों की पहचान होनी बाकी है। पुलिस ने जिन लोगों को अरेस्ट किया है, उनसे पूछताछ करके रेप करने वाले आरोपियों की पहचान क्लियर की जा रही है। जिनका नाम पता मिल गया है, उन्हें पुलिस ढूंढ रही है।