UP MLC Election 2023: आजमगढ़ में कड़ी सुरक्षा के बीच 27 केंद्रों पर वोटिंग जारी, 12 बजे तक पड़े 16.16 फीसद मत
(रणभेरी): गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक चुनाव को लेकर जिले में आज सुबह 8 बजे से ही मतदान शुरू हो गया। जिले में 27 मतदान केन्द्रों के 38 बूथों पर मतदान हो रहा है। इन मतदान केन्द्रों में 22 ब्लाक, तीन विद्यालय, एक नगर पालिका परिषद और एक नगर पंचायत में वोट डाले जा रहे हैं। शाम चार बजे तक वोट डाले जाएंगे। जिनकी गिनती 2 फरवरी को होगी। यहां पर बीजेपी (BJP) प्रत्याशी देवेंद्र प्रताप सिंह और सपा (SP) प्रत्याशी करुणाकांत मौर्य के बीच कड़ा मुकाबला है।
जिले के 27 मतदान केंद्रों पर बनाए 38 मतदेय स्थल पर कड़ी सुरक्षा के बीच 12 बजे तक 16.16 फीसद मतदान पड़े। इस बीच जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा केंद्रों पर सुरक्षा-व्यवस्था का भी जायजा लिया गया। वहीं एक-एक कर मतदाता अपने वोट डालने पहुंचे। शिक्षक एमएलसी चुनाव में इस बार जनपद के 33140 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।सुबह आठ बजे से मतदान शुरु हो गया। सभी बूथों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सुबह आठ बजे से 12 बजे तक कुल 33140 फीसद के सापेक्ष कुल 5357 ने मतदान किया। जिसमें 3715 पुरुष व 1642 महिला शामिल है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन व उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि जनपद में कुल 33140 मतदाताओं की संख्या है। मूल नामावली 26572, पूरक सूची में 16059 व पूरक सूची 2509 है। मूल नामावली में मतदाताओं में पुरूष की संख्या 21164 व महिला 11976 शामिल है। उन्होंने बताया कि जिले में 27 मतदान केंद्र व 38 मतदेय स्थल है, जिसपर मतदान हो रहा है। बताया कि आचार संहिता का अनुपालन के लिए आठ टीमें गठित है। जिसमें उड़नदस्ता आठ, वीडियो सर्विलांस टीम आठ, मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मॉनीटरिंग कमेटी एक है। मतदान की निगरानी के लिए सुपर जोनल चार, जोनल 12 व 27 सेक्टर नियुक्त किए गए हैं। अब जिले के 33140 मतदाता किसके सिर पर जीत का ताज सजाने के लिए मत करेंगे इसका फैसला परिणाम आने के बाद कहा जा सकता है।
इन नंबरों पर करें संपर्क
कंट्रोल रूम की स्थापना दो जनवरी 2023 को ही कर दी गई। चुनाव से जुड़ी जानकारी के लिए कई नंबर जारी किए गए है। जिसमें 05462-356038, 05462-356039, 05462-356040, 05462-356041, 05462-356044 शामिल है। कोविड को देखते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा प्रत्येक मतदेय स्थल पर पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की गई थी। ताकि किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उससे निपटा जा सके।