गुरु पूर्णिमा पर मुस्लिम महिलाओं ने बाबा बालकदास की आरती उतारी, मठ-मंदिरों और आश्रम पहुंचे श्रद्धालु, कीनाराम आश्रम में 1 किमी लंबी लाइन

गुरु पूर्णिमा पर मुस्लिम महिलाओं ने बाबा बालकदास की आरती उतारी, मठ-मंदिरों और आश्रम पहुंचे श्रद्धालु, कीनाराम आश्रम में 1 किमी लंबी लाइन

वाराणसी (रणभेरी): काशी में पूरे श्रद्धा और उत्साह से गुरु पूर्णिमा मनाई जा रही है। गुरु पूर्णिमा के इस अवसर पर पातालपुरी मठ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और गुरु से दीक्षा ली। इस बार एक अनोखी तस्वीर सामने आई, मुस्लिम महिलाएं पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु बालक देवाचार्य जी महाराज की आरती उतारी और तिलक लगाकर स्वागत किया। मुस्लिम बंधुओं ने जगद्गुरु को रामनामी अंगवस्त्रम् ओढ़ाकर सम्मानित किया। 

जगद्गुरु बालकदास महाराज ने बताया- हर वर्ष उनके यहां कुछ मुस्लिम आते हैं। गुरु दीक्षा प्राप्त करते हैं। इस बार उनकी संख्या 151 हैं। इसमें महिला-पुरुष दोनों शामिल हैं। गुरु दीक्षा लेने वाले मुस्लिम अपना पूर्वज श्री राम को मानते हैं। उन्हें सनातन धर्म में गुरु दीक्षा प्राप्त कर शांति मिलती है‌ इसमें कट्टरता कहीं नहीं है। ज्ञान के प्रकाश के लिए गुरु कृपा जरूरी होती है। शहर से लेकर गांव तक के आश्रम, मठ और मंदिरों में लाखों शिष्यों ने अपने-अपने गुरु का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया। गुरु-शिष्य परंपरा के पर्व पर शहर का कोना-कोना गुरु-पर्व पर गुलजार है।

सामनेघाट से पड़ाव के बीच पड़ने वाले आश्रमों में भोर की पहली किरण के साथ ही आषाढ़ पूर्णिमा के अनुष्ठान आरंभ हुए। अघोर पीठ श्री सर्वेश्वरी समूह आश्रम पड़ाव में गुरुदेव का दर्शन-पूजन करने के लिए रात लगभग तीन बजे से ही शिष्य कतारबद्ध हो गए थे। करपात्र तपोस्थली दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ शिक्षा मंडल के प्रांगण में सुबह से ही गुरु पूजन करने के लिए नेमी धर्मसंघ पहुंचने लगे थे। धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज ने भक्तों को आशीष दिया।

उन्होंने सर्वप्रथम व्यास पूजन किया, तत्पश्चात धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की प्रतिमा का पूजन अर्चन किया। ब्रह्मलीन लक्ष्मण देव चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज की प्रतिमा का पूजन अर्चन किया। सुबह 8 बजे से गुरु पूजन कार्यक्रम शुरू हुआ। श्रद्धालुओं ने पादुका पूजन कर स्वामी शंकरदेव ब्रह्मचारी से आशीर्वाद लिया एवं दीक्षा भी ग्रहण की। संयोजन धर्मसंघ के महामंत्री पंडित जगजीतन पांडेय ने किया।

तुलसी घाट के तुलसी मंदिर में गुरु पूजन के लिए भक्तों का जैन सैलाब उमड़ा। अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र ने विधि विधान से गोस्वामी तुलसीदास जी के चरण पादुका का पूजन अर्चन किया। मंदिर में गोस्वामी जी द्वारा स्थापित भगवान श्रीराम, श्री हनुमान जी सहित देव विग्रहों का पूजन अर्चन किया। इसके पश्चात शिष्यों ने गुरु विश्वंभर नाथ मिश्रा का विधि विधान से पूजन किया। महंत प्रो. मिश्र ने कहा कि काशी में गुरु शिष्य परंपरा अनादि काल से चली आ रही है।