पीएम मोदी के ‘क्योटो’ का खस्ता हाल, जनता बेहाल
वाराणसी (रणभेरी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में आखिरी चरण में मतदान होना है। काशी के हर वार्ड, मुहल्ले में प्रतिदिन जनसंपर्क किया जा रहा। नेताजी वोट के लिए पहुंच रहे तो जनता भी समस्याओं को रखने में गुरेज नहीं कर रही है। सीवर, नाली, बिजली, स्मार्ट स्कूल समेत कई मांगों को पूरा करने के लिए हामी भरवा रही है। नेताजी भी वोट लेने के लिए वोट लेने के लिए सभी मांगों को पूरा करने के लिए विवश हैं। लोगों का कहना है कि, बिजली, पानी, सड़क और सीवर इंसान के जीवन के मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। सरकार का इस पर विशेष ध्यान रहता है और विकास का पैमाना भी यही तय करता है। लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बड़ालालपुर, चाँदमारी में सड़क का हाल
खस्ता है।
कई वर्षों से सीवर लीकेज की समस्या
क्षेत्रवासियों ने बताया कि विगत कई वर्षों से यहां पर सीवर लीकेज की समस्या है जिसके कारण सड़क पर पानी भरा रहता है। कई बार विभागीय लोगों को सूचना देने के बावजूद समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। क्षेत्रीय पार्षद ज्ञानचंद ने भी इसे ठीक कराने का प्रयास किया लेकिन संबंधित विभाग की उदासीनता में कारण समस्या का निराकरण नही ही सका।
आये दिन राहगीर हो रहे चोटिल
स्थानीय निवासी नवीन प्रधान ने बताया कि, गत दो दिन पूर्व चाँदमारी से भोजूबीर की तरफ सवारी लेकर ई-रिक्शा जा रहा था वह जलजमाव के कारण वह गड्ढे को नहीं देख सका और अनियंत्रित होकर पलट गया जिससे बैठी तीन सवारियां चोटिल हो गई। ई रिक्शा के चपेट में आकर एक बाइक सवार भी गिर गया। उधर से गुजर रहे राहगीर वह क्षेत्रीय लोगों ने ई-रिक्शा उठवाया।
अक्सर होते रहते हादसे
विदित हो कि बड़ालालपुर में ही टीएफसी, स्टेडियम और वीडीए कालोनी भी है जहाँ अक्सर बड़े नेताओं, मंत्रियों और अन्य उच्चाधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। इसी रास्ते से प्रतिदिन हजारों की संख्या में कामगार, स्कूली बच्चे एवं किसान आते जाते हैं। जो अक्सर इसमें गिर जाते है।
कई वर्षों से सड़क पर लगातार जलजमाव
सीवर ओवरफ्लो होने के कारण कई वर्षों से सड़क पर लगातार जलजमाव की समस्या बनी हुई है। पूरी सड़क तालाब के रूप में तब्दील है जिसके कारण जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जो जलजमाव के कारण नहीं दिखते। साइकिल सवार, बाइक सवार और ई रिक्शा वाले इन गड्ढों में उलझकर गिर जाते हैं और चोटिल हो जाते हैं। आये दिन टोटो-रिक्शा गड्डे में गिरकर पलट जाते है।