ईरानी-अफगानी टोपी से देंगे ईद की मुबारकबाद

ईरानी-अफगानी टोपी से देंगे ईद की मुबारकबाद
ईरानी-अफगानी टोपी से देंगे ईद की मुबारकबाद

वाराणसी(रणभेरी)। 9 अप्रैल को चांद नहीं दिखा। लिहाजा 11 अप्रैल को ईद की नमाज पढ़ी जाएगी। ईद की खरीदारी के लिए शहर के बाजारों में देर रात तक खरीदारों की भीड़ नजर आ रही। बुधवार को दालमंडी में ठसाठस भीड़ थी। कपड़े, शृंगार प्रसाधन के साथ सेवई और मेवे आदि की खरीदारी हुई।  ईद को देखते हुए बाजार गुलजार हैं। सुबह से लेकर रात तक खरीदारी के लिए भीड़ हो रही है। बच्चों से लेकर बड़ों के कपड़े के अलावा खानपान की चीजें भी खूब बिक रही हैं। दालमंडी में दिन में आसपास जिलों के अलावा ग्रामीण इलाकों के लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। जबकि शाम से रात तक लोकल लोग पहुंच रहे हैं। महिलाएं व बच्चों की खासी भीड़ हो रही है। कपड़े, जूते-चप्पल, चूड़ी, पर्स, साड़ी, बच्चों के आकर्षक कुर्ता-पैजामा, जींस, सजावटी चीजों की मांग है।

दर्जी कर रहे रात तक सिलाई 

ईद पर कपड़ा सिलवाकर पहनने के शौकीन भी हैं। इसलिए इन दिनों सिलाई के कारखानों में दिन-रात काम हो रहा है। दालमंडी के दर्जी अफाक ने बताया कि इस समय नई बुकिंग नहीं हो रही है। पहले से लिए ऑडर ही पूरा करने में लगे हैं। बाहर से भी कारीगर बुलाए गए हैं। 

मेवे व सेवई की बिक्री बढ़ी

मेवा और सेवई की भी बिक्री में तेजी आई है। लोग गोलादीनानाथ व विश्वेश्वरगंज मंडी पहुंच रहे हैं। सेवई लेने भदऊचुंगी स्थित सेवई मंडी में भी पहुंच रहे हैं। व्यापारी अनिल केशरी ने बताया कि ईद से मेवे के बाजार में रौनक आई है। हालांकि इसके दाम स्थिर हैं।

ईरान और तुर्की की टोपी

दालमंडी के कारोबारी जुबैर बताते है कि इस बार ईरान, तुर्की, और अफगानिस्तार की टोपी की बिक्री खूब हो रही है। इसके अलावा लखनवी और अरब की टोपी की जा रही है। यह टोपियां कॉटन और वेलवेट में तैयार की गयी है। खरीदारों से रात तक गुलजार है। कुर्ता-पायजामा, चप्पल और तुर्की लखनवी, बांग्ला टोपी की बिक्री खूब हो रही है। बच्चों में रेडिमेड कपड़े और युवाओं, बुजुर्गों को कुर्ते-पायजामा काफी पसंद आ रहा है।

इत्र से महका बाजार

रमजान में खास तौर पर बाजारों में इत्र, टोपी और छोटे कुरान की मांग अधिक होती है। वहीं दुबई की इत्र खरीदने के लिए लोग 50 से 5000 रुपए तक खर्च कर रहे हैं।

सऊदी का खजूर

दुकानदार शाहिद के अनुसार सऊदी, ईरानी, कुवैत के खजूर की मांग ज्यादा है। सऊदी की किमिया व नागाल और ईरानी खजूर का स्वाद अच्छा होने से इसकी बिक्री ज्यादा है। हालांकि बंबईया खजूर सस्ता होने की वजह से ज्यादा बिक रहा है। रोजेदार सबसे अधिक खजूर की खरीदारी कर रहे हैं। दालमंडी में मीठा और ताकत से भरपूर सऊदी के खजूर की मांग है।