दिल्ली जल संकट: जलमंत्री आतिशी ने शुरू किया 'पानी सत्याग्रह', बेमियादी अनशन पर बैठीं
नई दिल्ली। दिल्लीवालों के हक का पानी भाजपा की हरियाणा सरकार से लेने की मांग के साथ जलमंत्री आतिशी ने शुक्रवार को अनिश्चितकालीन ‘पानी सत्याग्रह’ की शुरुआत की। सत्याग्रह शुरू करने से पहले सुबह 10.45 बजे वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। यहां से सुबह 11 बजे राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लिया।
इसके बाद वह धरना स्थल जंगपुरा स्थित भोगल पहुंचीं और यहां दोपहर 12 बजे से अनिश्चितकालीन ‘पानी सत्याग्रह’ की शुरुआत की। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, सांसद संजय सिंह, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज व इमरान हुसैन, विधायक दुर्गेश पाठक, राखी बिड़लान समेत कई विधायक व पार्षद मौजूद रहे।
इस मौके पर जलमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली पानी के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है। दिल्ली को रोजाना 1005 एमजीडी पानी मिलना चाहिए। इसमें से 613 एमजीडी पानी हरियाणा देता है लेकिन पिछले दो हफ़्ते से हरियाणा केवल 513 एमजीडी पानी ही दे रहा है। दिल्ली की जल मंत्री होने के नाते मैंने दिल्ली के हक का पानी लेने के लिए हर संभव प्रयास किया लेकिन हरियाणा की भाजपा सरकार ने जरूरी पानी नहीं दिया।
इस संबंध में मैंने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा और उनसे अनुरोध किया कि आप ही हरियाणा सरकार से दिल्ली के हक का पानी दिलवा दीजिए। इसके बावजूद राहत मिलने की बजाय पिछले दो दिनों से हरियाणा सरकार ने दिल्ली के हक का 120 एमजीडी पानी रोक लिया है। इसीलिए मुझे अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठना पड़ा।
दिल्ली की जलमंत्री आतिशी ने कहा कि जितनी गर्मी इस साल दिल्ली में पड़ी है, उतनी शायद पिछले 100 सालों में नहीं पड़ी होगी। दिल्ली का तापमान कुछ दिन पहले 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था। रात के 10 बजे भी 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान रहता है। इतनी भीषण गर्मी में हर इंसान के पानी की ज़रूरत बढ़ जाती है। एक ऐसे समय पर जब दिल्लीवालों को ज्यादा पानी की ज़रूरत है, उस समय दिल्ली में पानी की कमी हो गई है।
उन्होंने कहा कि अब मुझसे दिल्ली वालों का रोज़-रोज़ का कष्ट, दिल्ली की महिलाओं का दर्द, दिल्ली के बच्चों की परेशानी देखी नहीं जा रही है। ऐसे में शुक्रवार से गांधी जी को श्रद्धांजलि देने के बाद मैं भोगल, जंगपुरा में अन्न त्याग कर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ रही हूं। जब तक दिल्ली वालों को उनके हक़ का पानी नहीं मिलता, जब तक दिल्ली के इन 28 लाख लोगों की प्यास नहीं बुझती, जब तक दिल्ली वालों को न्याय नहीं मिलता, तब तक ये अनिश्चितकालीन अनशन चलता रहेगा।
उन्होंने कहा कि आज ये संकल्प लेकर जा रही हूं कि जब तक दिल्ली वालों को पानी नहीं मिलेगा, तब तक पानी का यह अनशन चलता रहेगा और मैं अनशन से तभी उठूंगी, जब हर दिल्ली वाले को उसके हक का पानी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि जितना कष्ट दिल्ली वालों को हो रहा है और जो कष्ट मैं देख रही हूं, उससे ज्यादा कष्ट यह अनशन मुझे नहीं दे सकता है। मैं दिल्ली वालों के आशीर्वाद की कामना करती हूं और उम्मीद करती हूं कि हरियाणा सरकार दिल्ली वालों के हक़ का पानी देगी।