स्टेडियम का नाम बदलने पर कांग्रेस ने खोला मोर्चा 

स्टेडियम का नाम बदलने पर कांग्रेस ने खोला मोर्चा 

वाराणसी (रणभेरी सं.)। वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के बाद से इसके नाम को लेकर विरोध शुरू हो गया है। रविवार से कांग्रेस और सपा नेता प्रदर्शन कर इसका नाम बदलने की आवाज उठा रहे हैं। आज तीसरे दिन भी कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। जिला मुख्यालय पर पुन: पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. संपूणार्नंद का नाम स्टेडियम पर हो इस मांग को लेकर जिला/महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा विरोध प्रदर्शन हुआ व मांग पत्र के रूप में राज्यपाल को संबोधित पत्रक एडीएम सिटी को सौंपा गया। बड़ी संख्या में जुटे कांग्रेसजन डॉ. संपूणार्नंद का स्टेडियम से नाम हटाए जाने पर आक्रोशित थे। विरोध के स्वर में कांग्रेसजनों ने अपना विरोध दर्ज कराया। कहा कि मोदी-योगी सरकार ने सिगरा स्थित संपूणार्नंद स्पोर्टिंग स्टेडियम का नाम बदलकर वाराणसी स्पोर्टिंग कंपलेक्स कर दिया है। कांग्रेसजनों ने चेतावनी के साथ कहा की सिगरा स्टेडियम का नाम वाराणसी स्पोर्ट्स कंपलेक्स हटाकर पुन: की भांति जब तक डॉक्टर संपूणार्नंद स्पोर्ट्स स्टेडियम नहीं किया जाएगा तब तक लड़ाई जारी रहेगी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कांग्रेस पार्टी के कायस्थ नेता व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल श्रीवास्तव रहे। कार्यक्रम का अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने किया। कार्यक्रम का नेतृत्व जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ने किया
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल श्रीवास्तव ने कहा की बनारस के गौरव कायस्थ कुलभूषण डॉ. संपूणार्नंद का नाम सिगरा स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम से हटाना बेहद कष्टप्रद है। कायस्थो को भाजपा सरकार नें दूसरी बार अपमानित किया। पहले लाल बहादुर शास्त्री से मुगलसराय छीना और अब हिन्दी सेनानी से स्टेडियम। उनका अपमान काशीवासी कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार अपने इस फैसले को वापिस ले अन्यथा पूरा कायस्थ समाज और कांग्रेस पार्टी सड़क से सदन तक आंदोलन के लिए बाध्य होगी। महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे व जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ने संयुक्त रूप से कहा की सिगरा स्टेडियम का नाम सिगरा वाराणसी स्पोर्ट्स कंपलेक्स हटाकर पुन: की भांति जब तक डॉक्टर संपूणार्नंद स्पोर्ट्स स्टेडियम नहीं किया जाएगा तब तक लड़ाई जारी रहेगी। मोदी-योगी सरकार बनारस से बनारसीपन खत्म करने पर आतुर हो गए है। बनारस के प्रतिष्ठित डॉ संपूणार्नंद स्टेडियम के आधुनिक निर्माण के उद्घाटन के साथ डॉ. संपूणार्नंद  का नाम हटाना न केवल शर्मनाक है, बल्कि यह काशी की गौरवशाली विरासत का अपमान भी है। उनका योगदान हमारी सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न हिस्सा है। आज, उनके नाम को मिटाकर हम अपने इतिहास को नकार रहे हैं। प्रधानमंत्री को इस गलत फैसले का संज्ञान लेना चाहिए और तत्काल स्टेडियम का नाम फिर से बहाल करना चाहिए। कहा कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो यह संघर्ष की लड़ाई जनांदोलन में तब्दील होगी।क्योंकि काशी का अपमान हम काशीवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस दौरान वरिष्ठ नेता अनिल श्रीवास्तव ,जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, प्रमोद पाण्डेय,फसाहत हुसैन, अशोक सिंह,डॉ. राजेश गुप्ता,वकील अंसारी,सतनाम सिंह,जितेन्द्र सेठ,राजीव राम,गिरीश पाण्डेय समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे।

डॉ. संपूणार्नंद के नाम पर है सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम : कमिश्नर

सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम आज भी डॉ. संपूणार्नंद के नाम पर ही है। केवल अंदर बनी बिल्डिंग का नाम वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स किया गया है। यह कहना है मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा का। उन्होंने कहा कि कुछ लोग काशीवासियों के बीच भ्रम पैदा कर रहे हैं कि सिगरा स्टेडियम का नाम बदल दिया गया है। वहीं, नाम बदला नहीं और धरना-प्रदर्शन किया जाने लगा है। उन्होंने कहा, आज तक स्पोर्ट्स प्राधिकरण ने नाम बदलने की कोई सिफारिश नहीं की है। साजन तिराहे से सिगरा जाने वाले मार्ग पर सिगरा स्टेडियम का मुख्य द्वार है। यहां पर मुख्य गेट का निर्माण होना बाकी है। जिसपर डॉ. संपूणार्नंद स्पोर्ट्स स्टेडियम सिगरा नाम रहेगा। मेयर अशोक कुमार तिवारी ने कहा कि डॉ. संपूणार्नंद के नाम पर ही सिगरा स्टेडियम का नाम है। इस प्रकार का भ्रम फैलाने वालों को पूरी जानकारी कर लेनी चाहिए। 

चित्रगुप्त सभा काशी ने जुलूस निकालकर जताया विरोध

काशी के समस्त कायस्थ संस्थाओं ने पूर्व मुख्यमंत्री संपूणार्नंद के नाम पर स्थापित सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम बदलकर वाराणसी स्पोर्ट्स स्टेडियम करने पर विरोध जताया। सोमवार को महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के गेट नंबर एक से पदयात्रा निकालकर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया। 

नहीं बदला है स्टेडियम का नाम: राज्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने सिगरा स्थित डॉ. संपूणार्नंद स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम बदलने पर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि संपूणार्नंद स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम नहीं बदला गया है। किसी भी बड़े संस्थान के नाम बदलने की एक प्रक्रिया होती है।