आरोग्य भारती के कार्यक्रम में बोले सीएम योगी, हमने सिर्फ पांच साल में इंसेफलाइटिस को कंट्रोल किया
(रणभेरी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ में आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन को संबोधित करने के साथ ही मिशन निरामाया का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में 1947 से 2017 तक यानी 70 वर्षों में केवल 12 मेडिकल कॉलेज खुल पाए थे। 2017 से 2022 के बीच 35 नए मेडिकल कॉलेज के साथ एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज निर्माण की प्रक्रिया से जुड़ चुके हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के 38 जनपदों में मस्तिष्क ज्वर यानी इंसेफेलाइटिस से प्रति वर्ष हजारों मौतें हो जाती थीं। मध्य जुलाई से लेकर मध्य नवंबर तक प्रति वर्ष वहां 1200 से 2000 तक मौतें होती थीं। 40 वर्ष में 50 हजार से अधिक बच्चों की मौतें हुई थीं। इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया।
इस दौरान सीएम योगी ने कोरोना काल में प्रत्येक नागरिक के बचाव व जागरूकता के लिए जो विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चले, उनमें आरोग्य भारती उन चुनिंदा संगठनों में से एक था, जिसने कि प्रदेश सरकारों के साथ के साथ कदम मिलाकर बिना किसी भेदभाव के समाज के हर तबके को उत्तम आरोग्यता प्रदान करने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल के उपस्थित सभी प्रतिनिधियों का लखनऊ में हृदय से स्वागत करता हूं। मैं आरोग्य भारती को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने अपनी इस बैठक को देश की आबादी के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में आयोजित किया है।आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल बैठक 2022 के राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी में आरोग्य भारती के स्वयंसेवकों की ओर से किए गए समाज कार्य और सेवा को हम सब ने देखा है। आरोग्य भारती उन कुछ संगठनों में से एक है जिनके स्वयं सेवकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जरूरतों को पूरा किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवकों ने भी कोरोना महामारी के दौरान अपनी अभूतपूर्व सेवा भावना का परिचय दिया।
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ही प्रयासों का नतीजा है कि 21 जून को आज पूरा देश विश्व योग दिवस के रूप में जाना जाता है, विश्व के पौने दो सौ देश आज योग को अपना चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ शरीर ही धर्म के साधन को पूरा कर सकते हैं। भारतीय मनीषा हमें सदैव इसी ओर प्रेरित करते रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से पूर्वाचल के जिलों में जेई को लेकर किए गए सार्थक प्रयासों से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने लोगों से कहा कि खराब रहन-सहन भी बीमारियों का कारण है। ऐसे में हम अपने रहन-सहन सुधार कर तमाम बीमारियों से बच सकते हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य, आरोग्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश पंडित, डॉ राजेश कोट्या, आयुर्वेदाचार्य राकेश पंडित, डॉ बी एन सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। केन्द्र सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होकर संदेश दिया।