सीएम योगी ने प्रदेश में मंकीपॉक्स की स्थिति की समीक्षा, अफसरों को दिए निर्देश- बोले हर अस्पताल में 10 बेड आरक्षित करें

सीएम योगी ने प्रदेश में मंकीपॉक्स की स्थिति की समीक्षा, अफसरों को दिए निर्देश- बोले हर अस्पताल में 10 बेड आरक्षित करें

(रणभेरी): मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को प्रदेश में कोरोना और मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अफसरों को अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए बेड आरक्षित करने का निर्देश दिया। साथ कहा प्रदेश में विशेष सावधानी बरती जाए। इसके लक्षण, उपचार और बचाव आदि के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को सही और समुचित जानकारी देते हुए जागरूक किया जाए। राज्य स्तरीय स्वास्थ्य सलाहकार समिति से परामर्श करें। उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड अस्पतालों में न्यूनतम 10 बेड केवल मंकीपॉक्स से प्रभावित मरीजों के लिए आरक्षित रखे जाएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशन में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीटमेंट और टीकाकरण की रणनीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण पूरी तरह नियंत्रित है। 34 करोड़ से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 15 वर्ष से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 98.78 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15-17 आयु वर्ग के 100.50 प्रतिशत किशोरों और 12 से 14 आयु वर्ग के 99.9 प्रतिशत से अधिक बच्चों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। पात्र लोगों को टीके की दूसरी खुराक समय से दिया जाए।उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण के नए चरण में टीके की 'अमृत डोज' (बूस्टर डोज) दी जा रही है। बूस्टर डोज निःशुल्क है। अब तक 55 लाख लोगों ने निःशुल्क बूस्टर डोज लगवा ली है। बूस्टर डोज के लिए तय 75 दिनों के लक्ष्य के सापेक्ष इसमें तेजी की अपेक्षा है। इसके लिए मिशन मोड़ में प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित कराएं कि प्रत्येक पात्र प्रदेशवासी को मुफ्त बूस्टर डोज जरूर लग जाए।

साथ ही सीएम योगी ने निर्देश दिया कि सभी शासकीय अधिकारी व कर्मचारी बूस्टर डोज लगवाएं। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से आम जन को जागरूक करें। बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को सही जानकारी दी जाए। विविध मीडिया माध्यमों का सहयोग लिया जाना उचित होगा। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक उपयोग करें।उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में प्रायः सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं।  ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे मरीजों के त्वरित उपचार की व्यवस्था हो। सीएचसी और पीएचसी पर एंटी स्नेक वेनम की उपलब्धता रहे।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पलियाकलां क्षेत्र में शारदा नदी और बाराबंकी में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां की स्थिति पर 24×7 नजर रखी जाए। आपद स्थिति में आमजन की सुरक्षा, बचाव और राहत के लिए सभी प्रबंध कर लिए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते कुछ दिनों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू संक्रमण से सुअर की मौत की घटनाएं सामने आई हैं। संक्रमण का प्रसार न हो, इसके लिए कंटेनमेंट ज़ोन की व्यवस्था लागू की जाए। संक्रमित सूअरों की अंतिम क्रिया मेडिकल प्रोटोकॉल का साथ हो। यह  नदियों और जलाशयों में कतई न बहाये जाएं। इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी करें।