जेल से रिहाई के बाद आजम खान पहुंचे रामपुर, स्वागत के लिए घर के बाहर लगा समर्थकों का हुजूम
(रणभेरी): सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार 19 मई को सपा विधायक आजम खान को अंतरिम जमानत दे दी थी। देर रात उनकी रिहाई का आदेश सीतापुर जेल पहुंचा। रिहाई के बाद आजम का जेल के बाहर शिवपाल सिंह यादव, उनके दोनों बेटों और तमाम समर्थकों ने स्वागत किया।दो साल दो माह 24 दिन बाद जेल से रिहा हुए सपा के कद्दावर नेता और विधायक आजम खां सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद शुक्रवार दोपहर करीब पौने दो बजे रामपुर की सीमा में पहुंच गए। मिलक पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। रामपुर पहुंचते ही समर्थकों ने आजम पर फूलों की बारिश शुरू कर दी। घर पर सुबह से ही आजम के समर्थकों और मीडिया का जमावड़ा था। वहां आजम का गैंड वेलकम हुआ।
सपा विधायक आजम खां के काफिले को पुलिस ने शहजादनगर थाना क्षेत्र में रामपुर नगर व बाईपास के की ओर जाने वाले मार्ग पर रोक लिया। पुलिस ने स्कूलों की छुट्टी व जुमे की नमाज के कारण अधिक संख्या में वाहन जाने से जाम लगने की आशंका जताते हुए सीमित वाहन ही शहर के अंदर से ले जाने की बात कही। जिस पर आजम खां के समर्थकों व पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। करीब 15 मिनट तक बहस के बाद बाद पुलिस ने आठ-दस गाड़ियों को शहर के अंदर जाने दिया जबकि करीब बीस से अधिक गाड़ियों को बाईपास से भेज दिया। इस पर सपा कार्यकर्ता और आजम खां के समर्थक भड़क गए। उनकी पुलिस से कहासुनी होने लगी। मौके पर मौजूद सीओ सिटी अनुज कुमार चौधरी ने समर्थकों को समझाने का भी प्रयास किया लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी। इसके बाद आजम खां और अब्दुल्ला आजम ने भी हस्तक्षेप किया। आजम खां ने कहा कि क्यों परेशान किया जा रहा है।
आजम खां के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 89 मामले दर्ज किए गए थे। जिसमें जमानत होने में करीब सवा दो साल का समय लग गया। पिछले सप्ताह हाईकोर्ट से शत्रु संपत्ति मामले में जमानत मिलने और गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से रामपुर पब्लिक स्कूल के मामले में अंतरिम जमानत मिलने के बाद गुरुवार शाम को ही रामपुर कोर्ट से आजम खां की रिहाई के परवाने सीतापुर जेल प्रशासन के लिए विशेष संदेशवाहक के जरिए भेज दिए गए थे। जिसके बाद शुक्रवार सुबह आजम खां सीतापुर जेल से रिहा हो गए। इस दौरान उनके दोनों बेटे अदीब और अब्दुल्ला आजम और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी सीतापुर जेल पहुंचे और आजम खां के रिहा होने के बाद उनके साथ रामपुर के लिए रवाना हुए।