IAS की तैयारी कर रही छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, ट्रेन के आगे कूदी, हथेली पर लिखा सुसाइड नोट
आजमगढ़ (रणभेरी): आजमगढ़ में एक छात्रा ने खौफनाक कदम उठा लिया। छात्रा नोएडा में रहकर रहकर IAS की तैयारी कर रही थी। वह पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में थी। मामला कप्तानगंज थाना क्षेत्र का है।छात्रा ने शुक्रवार की दोपहर सरायमीर थाना क्षेत्र के संजरपुर हाल्ट के पास ताप्ती गंगा एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान दे दी। सरायमीर रेलवे मास्टर ने लाश देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को लाश के पास ही मोबाइल फोन मिला।
रिश्तेदार से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
परिवार के मुताबिक, बेटी दिल्ली में रहकर IAS की तैयारी कर रही थी। वह पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में थी। बिलारी गांव में हरिशंकर यादव रहते हैं। दो बहनों और एक भाई में चंद्रकला (22) सबसे छोटी थी। वह IAS बनना चाहती थी। इसलिए दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही थी।
हरिशंकर ने बताया- मैं शुक्रवार दोपहर खेत में पानी भरने गया था। इसी बीच दोपहर 12 बजे मेरी बेटी मुझे खाना देने खेत पर आई। उसने कहा कि मुझे किताब खरीदनी है, मैं जा रही हूं। फिर वह स्कूटी लेकर चली गई। इसके बाद हम लोगों को स्कूटी मंझारी में रेलवे ट्रैक के किनारे खड़ी मिली। वह उस स्पॉट के पास ही ट्रेन के आगे कूदी थी।
उन्होंने बताया- पुलिस ने हमें बुलाया, लाश की पहचान करने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। अब हम अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे हैं।
पिता बोले- बेटी 6 महीने पहले ही घर वापस आई थी
दैनिक भास्कर को पिता हरिशंकर यादव ने बताया- हम लोग खेती-किसानी करते हैं। मेरी पत्नी हाउसवाइफ हैं। बेटी चंद्रकला दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन कर चुकी है। इसके साथ ही बीएड का कोर्स भी कर रही थी। 6 महीने पहले उसकी तबीयत खराब हो गई थी।
इसके बाद वह आजमगढ़ वापस आ गई थी। उसने खाना-पीना छोड़ दिया था और काफी कमजोर हो गई थी। उसको डॉक्टर को दिखाना पड़ा। हमने बहुत पूछा, लेकिन वह कुछ बताती नहीं थी। उसको लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में डॉ. अनिल कुमार गंगवार को भी दिखाया। उन्होंने कहा कि आपकी बेटी को कोई दिक्कत नहीं है।
उसको साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम है। इसके बाद हमने बेटी को आजमगढ़ के डॉ. विंध्य प्रकाश राय को दिखाया।
छात्रा की लाश के पास मिले मोबाइल पर रिश्तेदार का फोन आया
सरायमीर रेलवे स्टेशन के मास्टर ने सबसे पहले इस मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की छानबीन की। इसी बीच छात्रा के मोबाइल नंबर पर उसके एक रिश्तेदार का फोन आया। तब पुलिस ने रिश्तेदार को मौत के बारे में बताया। इसके बाद रिश्तेदार ने छात्रा के घर वालों को सूचना दी।
मौके पर पहुंचे रिश्तेदार मुरली यादव ने बताया कि मृतका मेरी मौसेरी बहन चंद्रकला थी। वह 7 महीने से डिप्रेशन में थी। उसका मानसिक इलाज चल रहा था।