जहां से गीता दुनिया में फैली वहां से हो रामराज्य की शुरूआत
गोरखपुर। भूमि वह है, जहां गीता प्रेस के माध्यम से श्रीमद्भगवत गीता छपकर दुनियाभर में पहुंचती है और लोगों को संस्कारवान बनाती है। ऐसे में रामराज्य की शुरुआत भी यहीं से होनी चाहिए। इसके लिए हम सभी को अपने भीतर संस्कारों को लाना होगा। यह कहना है अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक वक्ता बीके शिवानी का था। वह बुधवार को सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम में आयोजित 'असीम शांति एवं खुशियों का पासवर्ड' विषय पर आध्यात्मिक वक्तव्य दे रही थीं। उन्होंने कहा कि संस्कार परिवर्तन से ही होगा संसार का परिवर्तन और धरा पर रामराज्य की संकल्पना साकार हो सकेगी। कहा कि रामराज्य लाना है तो देवी-देवीताओं के संस्कार अपने अंदर लाना होगा। दैवीय संस्कार से कलयुग में सतयुगी संसार की संरचना होगी। असीम सुख, शांति और प्यार के सागर परमपिता परमात्मा के हम बच्चों को संस्कार देने के लिए प्रार्थना करते हैं। कहा कि हम दूसरों को सुख और शांति देने वाले और सबका कल्याण करने वाले बनें। कहा कि हमें हर हालात में खुश रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि घरों में बच्चों की पढ़ाई पर जरूर ध्यान दें पर उनपर अधिक नंबर लाने का दबाव न बनाएं। मां-बाप बच्चों को खुशी का वातावरण दें, परीक्षा के परिणाम से ना तो मां-बाप की खुशी कम हो और ना ही बच्चों की खुशी कम होने दें। परिणाम से अंतर्मन की खुशी कम न हो।
चिंता चिता के समान है,चिंता करने से आत्मा की बैटरी डिस्चार्ज होती है
आत्मा की बैटरी चार्ज करने के लिए सबका शुक्रिया करना है शिकायत को अपने जीवन में कम करते हुए सबका शुिक्रया करना है। अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए रात को सोने के पहने परमात्मा को जरूर याद करें और कोई भी नकारात्मक टीवी धारावाहिक न देखें। कहा कि भोजन में भी पवित्रता लाएं। सात्विक भोजन करें। जैसा खाएंगे वैसा ही मन रहेगा। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभु स्मृति के गीतों से हुआ। मंच पर सदर सांसद रवि किशन, मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक सहजनवा प्रदीप शुक्ला, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, पुष्पदंत जैन , बीके पर्णीता आदि ने बीके शिवानी को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। बीके पारूल ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में पहुंची हजारों की भीड़
बीके शिवानी के कार्यक्रम के लिए शाम चार बजे से ही लोग सैयद मोदी स्टेडियम पहुंचने लगे। छह बजते-बजते सभी कुर्सिंया भर गईं। कार्यक्रम के अंत में बीके शिवानी ने सभी श्रोताओं को राजयोग मेडिटेशन कराया। साथ ही 16 से 18 मार्च तक निशुल्क राजयोग मेडिटेशन सीखने के लिए स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेंटर पर आने का निमंत्रण दिया। बीके शिवानी ने कहा, जहां से गीता दुनिया में फैली वहां से हो रामराज्य की शुरूआत। हम दूसरों को सुख और शांति देने वाले और सबका कल्याण करने वाले बनें। हमें हर हालात में खुश रहना चाहिए।