13 घंटे 11 मिनट का रहा पहला रोजा

13 घंटे 11 मिनट का रहा पहला रोजा

भदोही। माहे रमजान हिजरी 1445 (2024ई.) का पहला रोजा मंगलवार को पूरा हो गया। पहला रोजा 13 घंटे 11 मिनट का रहा। शाम को 6.06 बजे मगरिब की अजान शुरू होते ही रोजेदारों ने घरों और मस्जिदों मे खजूर से रोजा खोला। रोजेदारों का मौसम ने साथ दिया। कई मस्जिदों में भी इफ्तार की व्यवस्था कराई गई।खजूर से रोजा खोलना सुन्नत है। हालांकि यह भी कहा गया है कि अगर खजूर की व्यवस्था नहीं है तो पानी से रोजा खोलना सबसे अच्छा माना जाता है। बड़ों के लिए पहला रोजा जरा भी मुश्किल नहीं रहा। हलांकि बच्चों के लिए रोजा थोड़ा मुश्किल रहा और पहले रोजे ने भूख और प्यास का थोड़ा अहसास कराया। सोमवार को माहे रमजान का चांद दिखने के साथ ही लोग तैयारियों के लिए लोग बाजार पहुंचने लगे थे। देर रात तक खूब खरीदारी हुई। रमजान का पवित्र महीना शुरू हो चुका है। मंगलवार को अकीदतमंद मुसलमानो ने अपना रोजा भी पूरा कर लिया। इस्लामिक कैलेंडर में हालांकि सभी महीनों को खास माना गया है, लेकिन रमजान को सबसे खास और अहम माना गया है। इस महीने रोजे रखने के साथ साथ ईशा की नमाज के साथ नमाजे तरावीह भी अदा की जाती है। इसको सबसे ज्यादा तरजीह दी गई है। बाजार सरदार खां मोहल्ले की मस्जिद के पेश इमाम हाफिज तबरेज अंसारी ने बताया कि रमजान का चांद दिखने के साथ मस्जिदों में ईशा की नमाज के बाद तरावीह शुरू कर दी जाती है। और इसे पूरे माह पढ़ा जाना चाहिए। बताया कि आम तौर पर इसे पेश इमाम पढ़ते हैं और बाकी लोग इसे सुनते हैं। तरावीह के दौरान की गई हर दुआ को अल्लाह कबूल करते हैं। भदोही नगर के पचभैया, काजीपुर, निजामपुर, पीरखांपुर, बाजार सलाबत खां, पश्चिम तरफ, चकमीरा शाह, बाजार सरदार खां, मर्यादपट्टी आदि मस्जिदों में तरावीह सोमवार को चांद दिखने के साथ शुरू हो चुकी है। विभिन्न मस्जिदों में अलग अलग हाफिज अपनी तरावीह पढ़ाते हैं। उलेमा बताते हैं कि जैसे ही तरावीह का पहला दौर समाप्त हो सूरह तरावीह शुरू कर देनी चाहिए। तकिया कल्लन शाह जामा मस्जिद में हाफिज परवेज अच्छे एक सप्ताह में, कुजड़ाने वाली मस्जिद अल अक्सा में हाफिज अशफाक रब्बानी 10 दिन में, मस्जिद गौसिया में हाफिज गुलाम मुस्तफा 10 दिन में, नूरी मस्जिद बाजार सलाबत खां में हाफिज अली रजा 15 दिन में, मस्जिद अजीमुल्लाह चौराहा में हाफिज अरफात मिस्बाही 8 दिन में, मस्जिद रौजा गाजी मियां में हाफिज तालिब 4 दिन में, पीरखांपुर मस्जिद में हाफिज रेहान 15 दिन में पहले दौर की तरावीह मुकम्मल की जाएगी।रमजान का मुकद्दस व पाक महीना शुरू हो चुका है। मंगलवार को विभिन्न मस्जिदों के आसपास सजी दुकानों पर खजूर, चिप्स, पापड़, सेवई आदि की खरीदारी के लिए भीड़ लगी रही। इस मुकद्दस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक भूखे प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत करते हैं। इन दिनों नमाज पढ़ने का विशेष महत्व होता है। इस पूरे महीने अल्लाह की सच्चे मन से की गई इबादत का अल्लाह अपने बंदों की दुआ कुबूल करके इनाम देता है। सहरी और इफ्तार का समय निश्चित होता है। पहले रोजे को इफ्तार के बाद बाजार में खरीदारी के लिए भारी भीड़ देखी गई। लोग सहरी और इफ्तार के लिए सामग्री खरीदने में व्यस्त दिखे।