Mirzapur: चुनाव जीते तो लागू करेंगे दिल्ली का फ्री मॉडल, बोले- आप नेता संजय सिंह
(रणभेरी): मिर्जापुर के हयातनगर में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शनिवार की रात 10 बजे जनसभा को संबोधित किया। माफी के साथ मौजूद लोगों का समर्थन मांगा। अबकी तो झाड़ू चलेगा। झाड़ू बहुत काम की चीज है। दिल्ली मॉडल मिर्जापुर में लाएंगे। आप प्रत्याशी सुनील कुमार पांडेय के समर्थन में वोट मांगा। उन्होंने कहा- मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि हमारे पूज्यनीय भगवान किसी संगठन और दल से बहुत बड़े हैं। कृपा करके उनकी तुलना किसी संगठन से न कीजिए। कभी आप लोग कहते है कि बजरंगबली दलित हैं फिर कहते हैं कि आदिवासी हैं। उनकी जाति बताने का काम करते हैं। कभी पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा कहे थे सीता मैया टेस्ट ट्यूब बेबी थी। कभी मुख्यमंत्री शिवराज कहते हैं मोदी राम , अमित शाह हनुमान हैं। यह सब बंद कीजिए। भगवान की तुलना किसी व्यक्ति से करना भगवान का अपमान है। बजरंग दल की तुलना बजरंग बली से करना यह गलत है। यह बातें आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। कहाकि खुद भारतीय जनता पार्टी ने गोवा में राम सेना के नाम के एक संगठन पर बैन लगाया है। भगवान राम का अपमान किया। शिवसेना को धोखा दिया है। महाराष्ट्र में भगवान शिव का अपमान कर दिया। एक नकली बहस चलाई जा रही है। भगवान का अपना एक अलग स्थान है, राजनीतिक दलों व मंचो का अलग स्थान है।
पंजाब में महिला पत्रकार की हुई गिरफ्तारी को लेकर कहा उसको गलत ढंग से प्रचारित किया जा रहा है। वह एक्सीडेंट का मामला है। एक दलित महिला के साथ उनकी कार ने एक्सीडेंट किया है। उसका मामला है। उसका बकायदा उन्होंने तहरीर दिया है। उस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा के आधार पर कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा है उससे हमारा कोई लेना-देना नहीं। जंतर मंतर पर बैठे पहलवानों के धरने को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री जिन्हें बेटी कहते हैं। अपने परिवार का सदस्य कहते हैं। उन लोगों को भद्दी भद्दी गालियां दी जा रही हैं। उनके साथ बदसलूकी की जा रही है। प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। उनके सांसद कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री कहेंगे तो हम इस्तीफा दे देंगे तो प्रधानमंत्री क्यों नहीं कह रहे हैं। अगर कोई मुकदमा दर्ज हुआ है तो उसकी जांच आगे क्यों नहीं बढ़ रही है। पहलवनों, खिलाड़ियों की जो मांगे हैं। उसको प्रधानमंत्री को सुनना चाहिए, वरना उनकी बेटी बचाओ का नारा खोखला साबित होगा।