10वीं के छात्र ने 15वीं मंजिल से लगाई छलांग, मरने से पहले लिखा सुसाइड नोट- जाने क्या पूरा मामला

10वीं के छात्र ने 15वीं मंजिल से लगाई छलांग, मरने से पहले लिखा सुसाइड नोट- जाने क्या पूरा मामला

(रणभेरी): ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-81 स्थित सोसाइटी में दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) के दसवीं कक्षा के छात्र ने स्कूल से परेशान होकर अपने घर की 15 वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र ने मरने से पहले स्कूल की सारे काले चिट्ठे अपने सुसाइड नोट में लिख दिए थे। छात्र जिस स्कूल से परेशान था, उसी स्कूल में उसकी मां शिक्षक हैं और मां को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि जिस स्कूल में वह पढ़ा रही हैं, वही उसके बेटे की मौत की वजह बन जाएगा। जानकारी के अनुसार, पिछले कई महीनों से लगातार स्कूल के अंदर कुछ लड़के इसके बेटे को कई तरह की यातनाएं दे रहे थे.इसकी शिकायत मां और उसका बेटा स्कूल प्रबंधक से कई बार चुके थे, लेकिन हैरानी की बात है कि स्कूल का नाम खराब ना हो, इसके चलते उन छात्रों के ऊपर किसी प्रकार की भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। 

वही मृतक के साथ पढ़ने दोस्त ये मानने को तैयार नहीं कि गौरव दुनिया में नहीं रहा। गौरव को उसके साथ पढ़ने वाले छात्रों में उसे चिढ़ाते वालों के अलावा उसके दोस्त भी थे। मृतक की मां का कहना है कि गौरव दूसरों से अलग था। वह अपनी दुनिया अपने हिसाब से जीना चाहता था। वह नेल आर्ट जानता था। वह घर पर ही लड़कियों की आर्टिफिशियल ज्वेलरी के नए नए डिजाइन बनता था और खुद ही उन्हें पहन कर देखता था। उसे लड़कियों की तरह सजना संवारना अच्छा लगता था। उसके ये शौक जहां उसे ख़ुशी देते थे वहीं दूसरों के लिए ये मजाक का जरिया थे। मृतक की मां ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा कि उसके साथ पढ़ने वाले छात्र उसे गे कहते थे। उसके साथ छेड़छाड़ होती थी। 

गौरव ने दूसरी कक्षा में डीपीएस में दाखिला लिया था तभी से वह यहां पढ़ रहा है।साथ पढ़ने वाले छात्र बताते हैं कि वह स्कूल में लड़कियों की ज्वेलरी, नेल पोलिश और नेल आर्ट से जुडी चीजें लाता था। मां का कहना है कि छात्र स्कूल छोड़ने के बाद भी उनके बेटे का पीछा नहीं छोड़ रहे वे लगातार उसे चिढ़ाते थे।

वह डिस्लेक्सिया नाम की बीमारी से ग्रसित था। उसका इलाज चल रहा था। कोरोना काल में स्कूल बंद होने के कारण उसकी हालत में सुधार हो रहा था। स्कूल खुलने के बाद से उसके साथ छेड़छाड़ दोबारा से शुरू हो गई। 23 तारीख को उसकी विज्ञान की परीक्षा थी। एक सवाल को पूछने के लिए उसने अपनी अध्यापिका की मदद लेनी चाही।मां ने शिकायत में लिखा है कि उन्हें और उनके बेटे को काफी प्रताडित किया गया। अध्यापिका ने धमकी दी कि वह उसे परीक्षा में फेल कर देगी और अगली कक्षा में नहीं जाने देगी। घर आकर गौरव ने मां से का था मेरी वजय से आपकी नौकरी चली जाएगी। ये हम दोनों को परेशान करते हैं। 

ग्रेटर फरीदाबाद स्थित डिस्कवरी सोसायटी की छत से बृहस्पतिवार रात एक दसवीं के छात्र ने कूदकर जान दे दी। छात्र ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें उसने स्कूल प्रबंधन पर परेशान करने के आरोप और अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।