देशभर में 30 जगहों पर रेल रोको आंदोलन का असर, हरियाणा में आरएएफ तैनात

देशभर में 30 जगहों पर रेल रोको आंदोलन का असर, हरियाणा में आरएएफ तैनात

(रणभेरी): आज संयुक्त किसान मोर्चा ने देशव्यापी रेल रोको कार्यक्रम का एलान किया है,सुबह 10 से शाम चार बजे के बीच छह घंटे के लिए रेल यातायात बाधित करने का फैसला लिया है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस दौरान रेल संपत्ति को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण बनाए रखने की सभी संगठनों से अपील की है। उधर, भारतीय रेल के साथ ही पुलिस-प्रशासन ने किसानों के आह्वान को देखते हुए तैयारी की है। लखीमपुर खीरी में गाड़ी से कुचलकर चार किसानों की मौत हुई थी। आरोप है कि ये गाड़ी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा चला रहे थे। किसानों ने एफआईआर में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया है। आशीष मिश्रा फिलहाल जेल में हैं। किसानों ने इस मामले में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए 'रेल रोको आंदोलन' का ऐलान कर दिया है। किसानों ने आज 6 घंटे तक रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है। इसके तहत सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक देश भर में जगह-जगह ट्रेनें रोकने की घोषणा की गई है।जान गंवाने वाले किसानों की अस्थियों के साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब सहित अन्य राज्यों में कलश यात्राएं निकाली जाएंगी। एसकेएम ने विरोध के तहत देश भर के टोल प्लाजा, कॉरपोरेट मॉल और पेट्रोल स्टेशनों पर और भाजपा नेताओं के आवास के बाहर पक्के मोर्चे बनाए गए हैं। 

देशभर में किसानों का रेल रोको आंदोलन शुरू हो गया है। हरियाणा के बहादुरगढ़ में किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं। इसके अलावा अमृतसर में भी किसानों ने ट्रैक पर कब्जा कर लिया है। 'रेल रोको आंदोलन' के आह्वान के बाद अमृतसर के देवी दासपुरा गांव में कृषि कानून के प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए।प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा के बहादुरगढ़ में रेलवे ट्रैक जाम कर दिया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना के विरोध में राष्ट्रव्यापी 'रेल रोको' का आह्वान किया है। 

धारा 144 लागू

किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। लखनऊ पुलिस ने ज़िले में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई गई है, अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए लगाया जाएगा। राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन पर कहा कि ये अलग-अलग ज़िलों में अलग-अलग जगह होगा। पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है। भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है। 

आजमगढ़ में जय किसान आंदोलन के प्रदेश उपाध्यक्ष नजरबंद

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने के लिए जा रहे जय किसान आंदोलन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजनीति यादव को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। वो घर से निकलने की तैयारी में थे। लेकिन थाना प्रभारी सरायमीर इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने उन्हें खानपुर स्थित आवास में ही नजरबंद कर दिया। 

पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। लखनऊ जंक्शन मैलानी ट्रेन सोमवार को सीतापुर में ही टर्मिनेट कर दी जाएगी तथा मैलानी लखनऊ जंक्शन ट्रेन सीतापुर से ही चलाई जाएगी। सीतापुर मैलानी के बीच ट्रेन निरस्त रहेगी। ऐसे ही (05361-62) बहराइच मैलानी तथा (05357-58) बहराइच नानपारा ट्रेन को निरस्त कर दिया गया है। वहीं, आंदोलन को सफल बनाने के लिए किसान नेताओं ने पूरी ताकत लगा दी है। मोर्चे का फोकस इस बार पूर्वी यूपी पर ज्यादा है, क्योंकि यहां 27 सितंबर को भारत बंद का असर काफी कम देखा गया था।

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया हिंसा के बाद किसानों ने पूरे प्रदेश में विरोध दर्ज कराया था। अब संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको आंदोलन हो रहा है। मोर्च की रणनीति है कि इस आंदोलन का पूरे प्रदेश में असर दिखे। लखीमपुर कांड के बाद किसानों का आक्रोश इस बार प्रदेश में पूर्वी हिस्सों में भी दिखा है। मोर्चा चाहता है कि यह आक्रोश किसानों में बना रहे। इसके लिए कई बार बैठकें कर आंदोलन की तैयारियां की गईं हैं।भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने बताया कि दोपहर 12:00 बजे तक किसान रेलवे स्टेशन पर पहुंचें।कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन और लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के विरोध में भाकियू (टिकैत) ने 18 अक्तूबर को ट्रेनें रोकने की घोषणा की थी। भाकियू पदाधिकारियों की ओर से रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए किसानों से संपर्क किया जा रहा है। इसे लेकर पुलिस के साथ ही जीआरपी भी अलर्ट हो गई है।

किसानों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की

लखीमपुर खीरी मामले में मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर हापुड़ जिले के गढ़ रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे जिले भर के किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने मुख्य गेट पर बैरिकेडिंग लगा दी। किसानों और पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। किसानों ने बैरिकेडिंग हटाने का प्रयास किया। डीएम अनुज सिंह व अन्य अधिकारियों ने किसानों को समझाया। इस दौरान किसानों की ओर से जमकर नारेबाजी की गई। पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर काफी संख्या में किसान रेलवे ट्रेक पर पहुंच गए। किसान ट्रेक पर जमा थे और पुलिस उन्हें हटाने का प्रयास कर रही है।