Navratri 2021: काशी में नवरात्र के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा का पूजन-दर्शन

Navratri 2021: काशी में नवरात्र के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा का पूजन-दर्शन

वाराणसी (रणभेरी): आज नवरात्र का तीसरा दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा का विधान है। देवी पुराण के अनुसार देवी दुर्गा के तीसरे स्वरूप को ही चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है। काशी में देवी चंद्रघंटा का मंदिर चौक क्षेत्र में बना हुआ है। काशी में नवरात्र का एक अलग ही महत्व है। काशी में नवरात्र के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता का दर्शन करने के लिए आते है, और अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए माता के दरबार में हाजिरी लगते है। कोरोना काल मे श्रद्धालु कोविड गाइडलाइंस के अनुपालन के साथ दर्शन कर रहे हैं। मंदिर पर भीड़ न जमा हो इसके लिए पुलिस बल मौके पर तैनात की गई है।

श्रद्धालु सुबह से ही माता के दर्शन करने मंदिर दरबार में उमड़ रहे हैं। महिलाएं लाल चुनरी व नारियल लेकर माता के दर्शन को आ रही हैं और सुख समृद्धि भरे जीवन की कामना कर रही हैं। पुराणों के अनुसार मां के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्द्धचंद्र है। चंद्रघंटा देवी का वाहन बाघ है। इनके चंद्र घंटे की ध्वनी बुरी शक्तियों को दूर भागने पर मजबूर करती है।

मां चंद्रघंटा देवी का स्वरुप स्वर्ण के समान चमकीला है।मंदिर के पूजारी ने बताया कि कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए आ रहे हैं। सभी श्रद्धालु मास्क लगाकर एक दूसरे से दूरी बनाकर रख रहे हैं। अन्य श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वह घर में रहकर मां की पूजा-अर्चना करें। मां सबकी मनोकामना पूरी करेंगी।