जेब पर भारी मल्टीलेवल पार्किंग में खड़ी करना गाड़ी

जेब पर भारी मल्टीलेवल पार्किंग में खड़ी करना गाड़ी

वाराणसी(रणभेरी)। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के चलते सीएम के निर्देशों के अनुरूप समय-समय पर मन मस्त शहर बनारस को उसके आधुनिक नाम के अनुरूप वाराणसी बनाने पर बेहद जोर दिया जा रहा है। लेकिन इस विकास-विस्तार की रफ़्तार में आये दिन वाराणसी में लगने वाला जाम एक बड़ा फूल स्टॉप है। सड़क पर कभी भी अचानक से किसी कारण ट्रैफिक जाम लगना ज़िन्दगी की रफ़्तार पर सीधा असर डालता है और ये रफ़्तार ना रुके इसीलिए पार्किंग का निर्माण बहुत ही ज़रूरी था।

प्रधानमंत्री के आदेश अनुसार मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण भी हुआ पर बनारस में कहीं पर भी गाड़ी साइड में लगा कर चल देने वाले महानुभव व्यक्तित्व के धनी बनारस की जनता को वह सौगात रास नहीं आई। अब लोग अपनी लाखों की गाड़ियों की सुरक्षा के लिए महंगा होने के चलते गोदौलिया मल्टी लेवल पार्किंग में खड़ा करने से कतरा रहे हैं। ज्ञात हो कि यहां पार्किंग चार्ज अन्य पार्किंग स्थलों से दोगुना यानि 20 रुपये चार्ज किया जा रहा है जिसकी वैधता मात्र तीन घंटे हैं।

शायद यही वह कारण है जिसने औसतन 55 प्रतिशत भी पार्किंग भरना मुश्किल कर दिया है। स्थानीय दुकानदार हो या दैनिक यहां किसी काम से आने जाने वाली जनता पार्किंग करने से पीछे हट रही है साथ ही उनकी सड़क पर पार्क की गयी आड़ी-तिरछी तरीके से गाड़ियां जाम का सबब भी बन रही हैं। 

स्थानीय पार्षद की डिमांड 'पास सिस्टम लगाइये '

जंगमबाड़ी के पार्षद गोपाल प्रसाद यादव कहते हैं कि अगर दो पहिया वाहनों के लिए यहां पास सिस्टम चालू कर दिया जाए तो अधिकतर दुकानदार पार्किंग में ही वाहन खड़ा करें। उन्होंने बताया कि आटोमेटिक पार्किंग के नाम पर 20 रुपये तीन घंटे के लिए लेना आम लोग व दुकानदारों को काफी महंगा लग रहा है। जबकि निजी पार्किंग में लोग 25-30 रुपये तक देने में नहीं कतराते। 

अन्य पार्किंगों की स्तिथि गोदौलिया से बेहतर

टाउनहाल पार्किंग बेहद ही उपयोगी साबित हो रही है। अंडरग्राउंड इस पार्किंग का 80 प्रतिशत हिस्सा दो पहिया व चार पहिया वाहनों से भरा रहा है। इससे मैदागिन व उसके आसपास के इलाकों में जाम की समस्या भी खत्म हुई है। उधर, बेनियाबाग पार्किंग में भी अब धीरे-धीरे वाहनों को खड़ा करने का फ्लो बढ़ रहा है। यहां 55 से 60 प्रतिशत वाहन खड़ा होने लगे हैं। यही हाल कचहरी अंडरग्राउंड पार्किंग की भी है। यहां वाहनों की संख्या में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है।

एक नजर में स्मार्ट सिटी से संचालित पार्किंग-

गोदौलिया मल्टी लेवल पार्किंग
क्षमता : 375 दो पहिया वाहन
निर्माण लागत : 21.31 करोड़
टाउनहाल पार्किंग-
क्षमता : 120 दो पहिया, 150 चार पहिया
निर्माण लागत : 23.31 करोड़
बेनियाबाग पार्किंग-
क्षमता : 170 दो पहिया, 430 चार पहिया
निर्माण लागत : 90.42 करोड़
कहचरी पार्किंग-
निर्माण लागत : 26 करोड़
वाहन क्षमता : 200 वाहन

शहर में  वाराणसी नगर निगम की ओर से 14 वाहन पार्किंग संचालित की जाती है। वहीं 18 जगहों पर आटो व ई-रिक्शा स्टैंड बने हैं।
गोदौलिया पार्किंग में औसतन 55 प्रतिशत वाहन खड़ा हो रहे हैं। स्मार्ट सिटी की पार्किंग से लोगों को सुविधा मिल रही है। जाम की दिक्कतें कम हो रही हैं। गोदौलिया पार्किंग में औसतन 55 प्रतिशत वाहन खड़ा हो रहे हैं।
शाकंभरी, पीआरओ स्मार्ट सिटी लिमिटेड